अमरावती/दि.23 – केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी आगामी 200 वर्ष का विचार कर, नई-नई कल्पनाओं का विचार कर देश में नए प्रकल्प खडे कर रहे है. वे अगर देश के प्रधानमंंत्री हुए तो देश अधिक गतिमान होकर आगे बढ सकता है, इस तरह के प्रामाणिक विचार शिवसेना के पूर्व सांसद अनंत गुढे ने व्यक्त किये है. पेट्रोल, डीजल में इथेनॉल का इस्तेमाल, सिमेंट में बिजली निर्मिति की राख का इस्तेमाल, देशभर में सिमेंट व काँक्रीट की सडके वह भी एसआरए फंड का इस्तेमाल कर, यह नितीन गडकरी ने देश को दी हुई नई दिशा है. हाल ही में नागपुर में देश का पहला लिक्विड नैसर्गिक गैस स्टेशन शुरु हुआ. पेट्रोल, डीजल को पर्याय रहने वाले एलएनजी व सीएनजी की यातायात देशभर करते आयेगी, इस दृष्टि से बैद्यनाथ औद्योगिक समूह ने इस प्रकल्प की निर्मिति को नितीन गडकरी की संकल्पना से किया. परिवहन क्षेत्र में यह बडा क्रांतिकारक कदम है. फिलहाल ट्रक, बसेस यह नैसर्गिक इंधन पर चलाना संभव हुआ है. इससे देश के विदेशी चलन की बडी मात्रा में बचत होगी.
देश के कृषि उत्पन्न से नैसर्गिक इंधन तैयार हो सकता है, इससे देश के किसानों को लाभ मिलेगा, प्रदूषण पर अंकुश लगेगा. नागपुर यह देश का उत्तर-दक्षिण राज्य जोडने वाला महत्व का शहर रहने से इस प्रकल्प से देशभर जैविक इंधन की यातायात करते आयेगी. सेवाग्राम, नागपुर के बीच में यह प्रकल्प खडा हुआ है. नितीन गडकरी की विकास की दृष्टि विशाल है. जो कुछ ही राजनीतिक नेता कर सकते है. किंतु वे अकारण बडबडाते नहीं, आरोप-प्रत्यारोप नहीं करते, वे अपनी कार्यकुशलता का देश को परिचय कर देते है, ऐसे कुशल नेताओं में नितीन गडकरी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे का समावेश है, इस तरह के विचार पूर्व सांसद अनंत गुढे ने व्यक्त किये.