अमरावतीमहाराष्ट्र

ट्रक चालक और केशकर्तनकार से गुरुदासबाबा बन गया सुनील कावलकर

मार्डी स्थित झोपडी बेहद कम समय में बन गई तीन मंजिला आश्रम

अमरावती /दि.1– समिपस्थ तिवसा तहसील अंतर्गत मार्डी में रहने वाला गुरुदासबाबा उर्फ सुनील जानराव कावलकर किसी समय ट्रक चलाने का काम किया करता था. पश्चात उसने सलून में दाढी-कटींग करने का भी काम किया और फिर कथित तौर पर अध्यात्म का अवलंब करते हुए भोले भाले नागरिकों को अपने कपोलकल्पित चमत्कारों के झांसे में फांसने का प्रयास करना शुरु किया. विगत 10-12 वर्षों से अपने भीतर दैविय शक्ति रहने का ढोंग रचाते हुए इस बाबा ने अपनी मिट्टी वाली कच्ची झोपडी के स्थान पर तीन मंजिला आश्रम भी बना डाला. लेकिन यह आश्रम इन दिनों पूरी तरह से सुनसान है. क्योंकि अपने खिलाफ विनयभंग व लैंगिक अत्याचार का मामला दर्ज होने की जानकारी मिलते ही भोंदू गुरुदासबाबा फरार हो गया है तथा उसके आश्रम पर पुलिस ने ताला ठोंकते हुए सील लगा दिया है.

इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक जब शुरुआत में गुरुदासबाबा उर्फ सुनील कावलकर ने इस भोंदूगिरी का धंधा शुरु किया था, तो उसने लाखनवाडी के संत गुणवंतबाबा को अपना आराध्य दैवत बताना शुरु किया था. धीरे-धीरे इस भोंदू गुरुदासबाबा की कथित चमत्कारिक शक्तियों का प्रचार-प्रसार आसपास के लोगों में होने लगा और धीरे-धीरे उसके साथ कई भाविक श्रद्धालू जुडने लगे. दान से धन की शुद्धि होती है. इस त्रिकालबाधित मूल मंत्र के अनुसार भाविक श्रद्धालुओं द्वारा बाबा को अच्छा खासा दान भी मिलने लगा. जिसके चलते देखते ही देखते इस कथित बाबा की कच्ची झोपडी तीन मंजिला आश्रम में तब्दिल हो गई. जिसकी निचली मंजिल पर यह बाबा अक्सर ही खुद को ध्यानमग्न अवस्था में बैठा दिखाया करता था. कालांतर में इस आश्रम की जगह कम पडने लगी, तो रास्ते के किनारे कोई खेत खरीदकर वहां आश्रम बनाने की बात सुनील कावलकर के मन में घुमने लगी. लेकिन जमीन के दाम पहुंच से बाहर रहने के चलते उसने मार्डी ग्रामपंचायत की एकमात्र खाली पडी ई-क्लास जमीन पर अपना आश्रम स्थापित कर दिया. शुरुआत में 2-3 हजार स्क्वेअर फीट की जगह पर बना यह आश्रम आज 2 एकड क्षेत्रफल में फैला हुआ है. नई जगह पर आश्रम बनते ही भोंदू बाबा ने गुणवंत बाबा सहित शेष नाग को भी अपने गुरुस्थान पर विराजमान किया और इन दोनों श्रद्धास्थान का प्रयोग करते हुए कई भक्त हासिल किये. जिनकी समस्याओं को हल करने हेतु इस भोंदू बाबा ने ‘धुप व अंगारे’ का साँग रचना भी शुरु किया. जिसके चलते देखते ही देखते उसकी ख्याति पूरे परिसर में व्याप्त होने लगी और दुरदराज के क्षेत्रों से भी यहां पर भाविक श्रद्धालु आने लगे.

उल्लेखनीय है कि, कुछ दिन पूर्व इस भोंदू बाबा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जिसमें वह कथित तौर पर गर्म तवे पर बैठकर अपने भक्तों को अश्लील गालियों दे रहा था. इस मामले में अंधश्रद्धा निर्मूलन कानून अंतर्गत अपराध दर्ज होते ही यह भोंदू बाबा मार्डी गांव से फरार हो गया था. उस मामले की जांच कहां तक पहुंची, यह आज तक स्पष्ट नहीं हुआ है. इसी बीच गर्म तवे का मामला ठंडा होने पर इस भोंदू बाबा ने बीच-बीच में मार्डी स्थित आश्रम में आना-जाना शुरु किया. लेकिन शायद उसके पीछे लगी साढेसाती अभी खत्म नहीं हुई थी. यहीं वजह है कि, अब इस बाबा के खिलाफ आश्रम मेें रहने वाली एक महिला भक्त ने अपना लैंगिक शोषण करने का आरोप लगाया है. यह मामला पुलिस में पहुंचते ही बाबा एक बार फिर अपना आश्रम छोडकर फरार हो गया. जिसकी पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है.

* सेंट्रल जेल रिटर्न है बाबा
इसी बीच यह जानकारी भी सामने आयी है कि, करीब 15-20 वर्ष पहले अपने पुराने आश्रम में रहते समय बाबा ने एक युवती का विनयभंग किया था. जिसे लेकर दर्ज हुए मामले में सुनील कावलकर को वर्धा व अमरावती सेंट्रल जेल की हवा भी खानी पडी थी. वहीं अब सुनील कावलकर के खिलाफ एक महिला ने अपना लैंगिक शोषण करने व आपत्तिजनक वीडियो बनाने तथा एक अन्य महिला ने अपना विनयभंग किये जाने को लेकर शिकायतें दर्ज कराई है. जिसके चलते यह लगभग तय है कि, इस बार यह भोंदू बाबा काफी लंबा नपने वाला है तथा संभवत: इसी से बचने के लिए सुनील कावलकर इस समय फरार होने के साथ ही भूमिगत भी हो गया है.

Related Articles

Back to top button