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शिकायतकर्ता महिला से वेतन निकालकर देने के लिए मांगे थे रुपए
वरुड- महिला कर्मचारी को लॉकडाउन काल के वक्त का वेतन निकालकर देने के लिए चार हजार रुपए की रिश्वत स्विकार की. इस समय पहले से जाल बिछाकर तैनात एन्टीकरप्शन ब्यूरो की टीम ने पर्यवेक्षिका व आंगनवाडी सेविका को रिश्वत लेते रंगे हाथों धरदबोचा. यह घटना वरुड के महेश कॉलोनी परिसर में घटी.
निती करिया (५०) यह रिश्वत स्विकार करते हुए गिरफ्तार की गई एकात्मिक बालविकास प्रोजेक्ट की पर्यवेक्षिका व उषा राउत (४८) यह आंगनवाडी सेविका का नाम है. एन्टीकरप्शन ब्यूरो विभाग से मिली जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता महिला कर्मचारी को वेतन निकालकर देने के लिए पर्यवेक्षिका ने रिश्वत की पहली किश्त ३ हजार रुपए व दूसरी किश्त १ हजार रुपए ऐसे कुल चार हजार रुपए की रिश्वत मांगी.
इस शिकायत के आधार पर एसीबी की टीम ने वरुड के महेश कॉलोनी परिसर में जाल बिछाया. पर्यवेक्षिका ने अंगनवाडी सेविका का माध्यम से रिश्वत की रकम स्विकार करने का प्रयास किया. मगर पर्यवेक्षिका को संदेह होने के कारण उन्होंने रिश्वत स्विकार नहीं की. एसीबी की टीम ने आंगनवाडी सेविका को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई शुरु की. यह कार्रवाई एसीबी के पुलिस अधिक्षक श्रीकांत धिवरे, अपर पुलिस अधिक्षक पंजाब डोंगरदीवे, पुलिस उपअधिक्षक गजानन पडघन, पुलिस निरीक्षक श्वेता मिश्रा, रुपाली पोहनकर, रqवद्र जेधे, माधुरी साबले, पंकज बोरसे, शैलेश कडू, राजेश केचे, चालक सतीश किटुकले के टीम ने की.