डॉक्टर की लापरवाही के कारण सुरेश माकोडे ने की आत्महत्या
आक्रमक शिवसैनिकों ने की दोषी डॉक्टरों की जांच कर कार्रवाई की मांग
अमरावती-/ दि.4 घाटलाडकी निवासी सुरेश माकोडे ने पथरी की बीमारी से परेशान होकर सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में खिडकी की सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या की. पेट व पथरी के कारण सुरेश को 27 सितंबर की रात भर्ती किया गया था. तकलीफ ज्यादा बढने के बाद भी डॉक्टरों ने किसी तरह का इलाज नहीं किया. डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से ही सुरेश माकोडे ने आत्महत्या की है. इस मामले की जांच कर आत्महत्या के लिए दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कडी कार्रवाई की जाए, ऐसी मांग को लेकर आक्रमक हुए शिवसैनिकों ने जिला शल्यचिकित्सक डॉ. सौदले को ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन में आरोप लगाते हुए शिवसैनिकों ने कहा है कि, सुरेश माकोडे तकलीफ से कराह रहा था. माकोडे का पुत्र सागर डॉक्टरों के आगे इलाज करने के लिए हाथ जोडकर विनंती कर रहा था. इसके बाद भी डॉक्टरों ने एक नहीं सुनी. कल सुबह देख लेंगे, नहीं तो घर लेके जा, ऐसा उन डॉक्टरों का जवाब था. सुरेश माकोडे की तकलीफ लगातार बढने लगी. तकलीफ असहनीय होने के कारण सुरेश माकोडे ने बेड की चांदर को खिडकी से बांधकर फांसी लगा ली. इस मामले की गहन जांच कर दोषी डॉक्टरों के खिलाफ तत्काल कडी कार्रवाई करे और उनकी डॉक्टरी का लाइसेंस रद्द किया जाए, ऐसी मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा. वक्त रहते न्याय नहीं दिया गया तो, तीव्र आंदोन छेडा जाएगा, ऐसी चेतवनी देते समय शिवसेना जिला प्रमुख श्याम देशमुख, तहसील प्रमुख आशिष वाटाणे, तहसील प्रमुख आशिष धर्माले, पूर्व तहसील प्रमुख निलेश जामठे, उपतहसील प्रमुख रोशन जयसिंगपुरे, सागर माकोडे समेत अन्य शिवसैनिक उपस्थित थे.