सीने के फायब्रो सारकोमा की शस्त्रक्रिया
सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में लगातार सफल ऑपरेशन

* दर्यापुर की महिला को कैंसर से दिलाया निदान
अमरावती/ दि. 5– विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल में कैंसर की गांठ फायब्रो सारकोमा की अत्यंत जटिल व दुष्कर शस्त्रक्रिया विशेषज्ञ चिकित्सकों ऑन्कोसर्जन डॉ. रोहित मूंधडा, डॉ. मनीष तरडेजा, डॉ. प्रीतेश पडगव्हाणकर, डॉ. भूषण मूंधडा ने सफल की. दर्यापुर की 35 वर्षीया महिला को कैंसर के लगभग निजात दे दी. मरीज को नया जीवन देनेवाले इस ऑपरेशन को महात्मा फुले जनस्वास्थ्य योजना अंतर्गत फ्री में किया गया.
8 – 12 पसलियां निकाली
उक्त मरीज ने निजी अस्पतालों में ऑपरेशन करवाए थे. किंतु गांठ दोबाराा हो गई. ऐसे में चिकित्सकों ने मरीज को मुंबई जाने की सलाह दी थी. किंतु विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल में पहुंचे मरीज के सभी टेस्ट करवाने के बाद दुष्कर ऑपरेशन किया गया. इस शस्त्रक्रिया में थोरोकोटोमी करते हुए 8 वीं से 12 वीं पसली निकाल दी गई. गांठ इन्हीं पसलियों से चिपकी हुई थी. टायटेनियम जाली लगाकर पुन: जोडा गया.
यह बने दूसरे भगवान
यह जटिल शस्त्रक्रिया ऑन्कोसर्जन डॉ. रोहित मूंधडा, डॉ. मनीष तरडेजा, डॉ. प्रीतेश पडगव्हाणकर, डॉ. भूषण मूंधडा, डॉ. अमित बागडिया, डॉ. अतुल यादगिरे ने सफल की. उन्हें बधिरीकरण तज्ञ डॉ. चेतन देउलकर, डॉ. राखी वानखडे, डॉ. अश्विनी मडावी, डॉ. माधुरी गाडेकर, डॉ. किरण, डॉ. श्याम गावंडे, डॉ. पायल रोकडे, डॉ. दिव्यानी मुंदाने आदि ने सहयोग किया. उसी प्रकार वैद्यकीय अधीक्षक डॉ. अमोल नरोटे और विशेष कार्य अधिकारी डॉ. मंगेश मेंढे का मार्गदर्शन मिला. समाज सेवा अधीक्षक शीतल बोंडे, अधिसेविका माला सुरपाम के निर्देशानुसार इन्चार्ज सिस्टर संगीता आष्टेकर, कविता बेरड, वैष्णवी मुरकाडे, सुमित्रा कोरे, प्रियंका गायकवाड, विजय गवई, कशिश दामले, वैभव कोथलकर, लक्ष्मण वालूकर, भरत गावंडे, जीवन जाधव, जीवन तेलमोरे, नेहा वासनिक ने सहकार्य किया.
* अभिमान की बात
डॉ. रोहित मूंधडा ने कहा कि थोरासिक सीने की गांठ की शस्त्रक्रिया जटिल थी. मरीज के उचित समय पर उचित सलाह से यह ऑपरेशन संभव है. इस प्रकार की सुविधा विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल में उपलब्ध रहना हमारे लिए गौरव की बात है.