अमरावती/प्रतिनिधि दि.५ – म्युकर मायकोसिस को लेकर जिले में जनजागृति करने के लिहाज से आशा स्वयंसेविकाओं के माध्यम से 7 से 9 जून के दरम्यान अभियान चलाया जाएगा. इस आशय का जानकारी जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिलीप रणमले ने दी.
बता दें कि, म्युकर मायकोसिस को लेकर जनजागरुती करने के निर्देश पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने दिये थे. जिसके तहत तहसील स्तर पर स्थापित हेल्पलाईन यंत्रणा के जरिए ठीक हो चुके बाधितों से निर्मित संपर्क रखने को लेकर जिलाधिकारी शैलेश नवाल ने निर्देश दिये थे. इसी बाद के मद्देनजर गांव-गांव में सर्वेक्षण व जनजागृति अभियान आरंभ किया गया है. इस मुहिम में उपचार के बाद ठीक होने वाले कोरोना बाधितों के घर भेंट देकर उनको कोविड पश्चात लिये जाने वाली दक्षता, लक्षणों को लेकर जानकारी व किसी को लक्षण पाये जाने पर तत्काल उपचार दिलवाने का काम किया जाएगा. आशा स्वयंसेविका के माध्यम से गांव-गांव जाकर सर्वेक्षण किया जाएगा. इस कार्य के लिए आशा सेविकाओं को 150 रुपए प्रोत्साहन भत्ता रोजाना दिया जाएगा. म्युकर मायकोसिस को लेकर समय पर उपचार होना महत्वपूर्ण है. इसलिए कोई भी लक्षण पाये जाने पर तत्काल उपचार शुरु किया जाए. आशा सेविकाएं कोरोना महामारी नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण भुमिका निभा रही है. सर्वेक्षण के लिए नागरिकों ने उनकों पूरा सहयोग देना चाहिए. यह आवाहन पालकमंत्री यशोमति ठाकुर, जिप अध्यक्ष बबलु देशमुख, स्वास्थ्य सभापति बाबासाहेब हिंगणीकर, जिलाधिकारी शैलेश नवाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविशांत पांडा, सीएस डॉ. श्यामसुंदर निकम, डॉ. रेवती साबले, डॉ. विनोद करंजेकर ने किया है.