अमरावती

संतरा बागों के विशेषज्ञों की ओर से सर्वेक्षण किया

नुकसान की रिपोर्ट भेजेंगे

उत्पादक किसानों को किया मार्गदर्शन
मोर्शी-/दि. 23  तहसील में संतरा गलने के कारण हुए नुकसान की वस्तुस्थिति जानने के लिए व उनके कारणों की खोज कर उपाय योजना करने के लिए संतरा आंबिया व मृग बहार फल गलने संदर्भ में प्रतिनिधिक सर्वेक्षण समिति प्रमुख उपविभागीय कृषि अधिकारी राहुल सातपुते, डॉ. अनिल ठाकरे, डॉ. प्रफुल्ल महले की उपस्थिति में समिति सदस्यों की ओर से मोर्शी तहसील में संतरा बगीचे की जांच कर सर्वेक्षण किया गया.
मोर्शी तहसील संतरा उत्पादन के लिए प्रसिध्द है तथा वहां पर आंबिया बहार की फल गलन बडी मात्रा में होने के कारण संतरा उत्पादक निराश हो गया है. जिसके कारण शासन उत्पादक किसानों को आर्थिक मदद कर राहत दी जाए. इसके लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के रूपेश वालके ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से विविध शिकायत कर संतरा फल गलने का सर्वेक्षण करने की मांग की थी. इस मांग की दखल लेकर मोर्शी तहसील में संतरा गलने के कारण हुए नुकसान की स्थिति जानने के लिए व उसके कारणों की खोज कर उपाय योजना करने के लिए संतरा आंबिया व मृग बहार फल गलन संदर्भ में प्रतिनिधिक सर्वेक्षण समिति प्रमुख उपविभागीय कृषि अधिकारी राहुल सातपुते की उपस्थिति में मोर्शी तहसील के संतरा बागों की जांच कर सर्वेक्षण किया गया.
फल गलने के कारण संतरा उत्पादन में 40 से 50 प्रतिशत से अधिक घट होने का रूपेश वालके ने समिति को बताया. राष्ट्रीय आपत्ती व्यवस्थापन अंतर्गत मदद देने के लिए संपूर्ण सर्वेक्षण करने की जरूरत होने का बताकर इस संंबंध में शासन के पास 50 प्रतिशत से अधिक घट होने के कारण संतरा उत्पादक किसानों का करोडों को नुकसान होने की सकरात्मक रिपोर्ट भेजने की विनती वालके ने कृषि विद्यापीठ, कृषि विज्ञान केन्द्र शास्त्रज्ञ, शिवाजी कृषि महाविद्यालय व शिवाजी उद्यानविद्या महाविद्यालय से समन्वय साधकर तत्काल विस्तार से रिपोर्ट प्रस्तुत करने की विनती भी की.
इस अवसर पर उपविभागीय कृषि अधिकारी डॉ. राहुल सातपुते, वरिष्ठ किटकशास्त्र डॉ. अनिल ठाकरे, डॉ. प्रफुल्ल महल्ले, मंडल कृषि अधिकारी पांडुरंग मस्के, संतरा उत्पादक किसान विजय विघे, अतुल काकडे, मंगेश होले, रूपेश जयस्वाल, कृषि सहायक किशोर राउत, मनीष काले सहित मोर्शी तहसील के संतरा उत्पादक किसान उपस्थित थे.

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