अमरावती

सूर्य नमस्कार हमारे ऋषि मुनियों व्दारा दी गई धरोहर है

कुलसचिव डॉ. तुषार देशमुख का प्रतिपादन

  • विद्यापीठ में 75 करोड सूर्यनमस्कार पूर्तता कार्यक्रम

अमरावती/दि.10 – सूर्य नमस्कार यह हमारे ऋषि मुनियों व्दारा दी गई धरोहर है. शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए सूर्य नमस्कार सबसे बडा उपाय है. सभी ने अपने शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए रोजाना सूर्यनमस्कार करना ही चाहिए ऐसा प्रतिपादन कुलसचिव डॉ. तुषार देशमुख ने व्यक्त किया. वे संत गाडगेबाबा विद्यापीठ परिसर में 75 करोड सूर्य नमस्कार पूर्तता सप्ताह के उपलक्ष्य में बोल रहे थे. भारतीय स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव वर्ष के उपलक्ष्य में आयुष मंत्रालय, भारत सरकार, राष्ट्रीय योगासन स्पोर्टस फेडरेशन व्दारा 1 जनवरी से 7 फरवरी के दौरान 75 करोड सूर्य नमस्कार करने का संकल्प लिया गया था.
इसी श्रृंखला में संत गाडगेबाबा विद्यापीठ के आजीवन अध्ययन व विस्तार विभाग के एमए योगशास्त्र व पदव्युत्तर पदवी का योग थैरेपी अभ्यासक्रम के संयुक्त तत्वावधान में 75 करोड सूर्य नमस्कार पूर्तता के लिए 1 महीना 7 दिवस यह आयोजन किया गया था. इस उपक्रम में विद्यापीठ के आजीवन अध्ययन व विस्तार विभाग के सभी अभ्यासक्रमों के विद्यार्थियों की ओर से रोजाना 13 सूर्य नमस्कार किए गए. विद्यापीठ के कुलगुरु व कुलसचिव की अगुवाई में आजीवन अध्ययन व विस्तार विभाग संचालक डॉ. श्रीकांत पाटिल के मार्गदर्शन मे यह आयोजन किया गया था. जिसे उत्स्फूर्त प्रतिसाद दिया गया. विद्यार्थियों इस उपक्रम में बढचढकर हिस्सा लिया. कार्यक्रम का संचालन प्रा. सुभांगी रवाले ने किया तथा आभार प्रा. अश्विनी राउत ने माना.

सूर्यनमस्कार के साथ आहार का भी महत्व

शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए सूर्य नमस्कार के साथ आहार भी महत्वपूर्ण है ऐसी विद्यापीठ में 75 करोड सूर्य नमस्कार पूर्तता कार्यक्रम में उपस्थित पूर्व प्राचार्य डॉ. पृथ्वी िंसंह ने विद्यार्थियों को मार्गदर्शन करते हुए जानकारी दी.

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