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झूठे व बेबुनियाद आरोप लगाने में सूर्यवंशी माहिर

बबलू शेखावत व विलास इंगोले का कथन

* बोले : डीपीसी की निधी को लेकर भ्रम फैला रहे सूर्यवंशी

अमरावती/दि.18- भाजपा नेता दिनेश सूर्यवंशी हमेशा ही बेसिरपैर के उलुल-जुलूल बयान देने और आरोप लगाने में माहिर है. यहीं वजह है कि, विद्यापीठ की सीनेट में राज्यपाल नियुक्त सदस्य रहने के बावजूद उन्हेें ऐसे ही झूठे और बेसिरपैर के बयानों की वजह से पद से हटा दिया गया. अत: ऐसे व्यक्ति द्वारा लगाये जानेवाले आरोपों को किसी ने गंभीरता से नहीं लेना चाहिए. इस आशय का प्रतिपादन कांग्रेस के शहराध्यक्ष व मनपा के नेता प्रतिपक्ष बबलू शेखावत तथा पूर्व महापौर व पार्षद विलास इंगोले द्वारा किया गया.
बता दें कि, दो दिन पूर्व भाजपा नेता प्रा. दिनेश सूर्यवंशी द्वारा जिला पालकमंत्री की अनदेखी के चलते जिला नियोजन समिती की निधी में से अब तक केवल 10 करोड रूपये का खर्च होने का आरोप लगाया गया था. साथ ही कहा गया था कि, पालकमंत्री यशोमति ठाकुर की अनास्था के चलते जिले का विकास अवरूध्द हो गया है. जिसे लेकर यहां जारी प्रेस विज्ञप्ती में उपरोक्त प्रतिपादन करने के साथ ही मनपा के नेता प्रतिपक्ष बबलू शेखावत तथा पूर्व महापौर व पार्षद विलास इंगोले द्वारा कहा गया कि, दिनेश सूर्यवंशी ने आधी-अधूरी जानकारी के आधार पर पत्रकार परिषद लेते हुए बेसिरपैर के आरोप लगाये है. जबकि हकीकत यह है कि, जिला नियोजन समिती द्वारा जिला वार्षिक योजना 2021-22 के अंतर्गत अमरावती जिले हेतु 300 करोड रूपये की निधी को मंजूरी दी गई और सरकारी निर्णय के तहत जिले के कुल मंजूर आकारमान की 10 फीसद निधी को वर्ष 2021-22 की पहली किश्त के तौर पर वितरित करने को मंजूरी दी गई. इसके साथ ही जिला वार्षिक योजना सर्वसाधारण अंतर्गत सन 2021-22 की कुल मंजुर निधी में से 30 फीसद निधी कोविड-19 से संबंधित कामों पर खर्च करने और पिछले वर्ष के स्पील व नई प्रशासकीय मंजूरी मिलनेवाले कामों पर खर्च करने हेतु 25 अक्तूबर को सरकारी आदेश जारी किया गया. जिसके चलते नवंबर माह के अंत तक 20 करोड रूपये की निधी कोविड-19 संबंधी कामों पर खर्च की गई और करीब 90 करोड रूपये कोविड संबंधी कामों के लिए आरक्षित रखे गये. जिसे कामों की मांग के अनुरूप खर्च किया जा रहा है. इसके पश्चात 3 दिसंबर तक पिछले वर्ष के स्कील व नई प्रशासकीय मंजुरी प्राप्त कामों पर 27 करोड रूपये खर्च किये गये. इसके साथ ही वर्ष 2020-21 में वितरित निधी की उपयोजन समीक्षा करने की प्रक्रिया जारी है और जिला परिषद व नगर प्रशासन विभाग से प्राप्त खर्च की जानकारी प्राप्त होते ही जिप व नगर प्रशासन विभाग को क्रमश: 130 करोड व 33 करोड ऐसे कुल 166 करोड रूपयों की निधी इस माह के अंत तक दी जायेगी. ऐसे में इससे पहले खर्च किये गये व जारी माह में अन्य विभागों पर होनेवाले खर्च के मद्देनजर जारी माह के अंत तक कुल 210 करोड रूपये की निधी खर्च होगी, जो कुल मंजूर निधी की तुलना में 70 फीसद के आसपास है.
इस जानकारी के साथ ही कांग्रेस के दोनों नेताओं द्वारा कहा गया कि, जिला वार्षिक योजना की निधी को एक प्रक्रिया के तहत खर्च करना पडता है. जिसके लिए समयबध्द व चरणबध्द नियोजन किया जाता है. ऐसे में अब तक केवल 10 फीसद निधी खर्च होने की बात कहना पूरी तरह से तथ्यहिन है और यह आरोप आधी-अधूरी जानकारी के आधार पर लगाया गया है. अत: इस आरोप और ऐसे आरोप लगानेवाले व्यक्ति को गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए. साथ ही इस प्रेस विज्ञप्ती में यह भी कहा गया कि, जिले की पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के सकारात्मक कामों तथा विकास की दूरदृष्टि के चलते अमरावती जिले का शानदार तरीके से विकास हो रहा है. किंतु विपक्षी दलों के नेताओं को यह बात काफी नागवार गुजर रही है. अत: वे बेसिरपैर के आरोप लगाकर आम जनता को द्विगभ्रमित करना चाह रहे है.

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