शिवगर्जना सभा में सुषमा अंधारे ने चलाया शाब्दिक बाण
राणा दंपत्ति पर की टिप्पणी, उपमुख्यमंत्री पर कसा तंज
* कहा-जनता के हित के लिए शिवसेना मैदान में उतरी है
अमरावती /दि. ४- शिवगर्जना सभा के माध्यम से उद्धव बालासाहब ठाकरे शिवसेना की उपनेता प्रा.सुषमा अंधारे ने शक्ति प्रदर्शन दिखाते हुए अपने अंदाज में राणा दंपत्ति पर शाब्दिक बाण चलाया. उपनगर बडनेरा की नई बस्ती स्थित साप्ताहिक बाजार में शुक्रवार की देर शाम हुई शिवगर्जना सभा में पुराने वीडियो दिखाकर उन्होंने राणा दंपत्ति की पोल खोल दी. सांसद नवनीत राणा को नवनीत अक्का संबोधित करते हुए सांसद की राजनीति को नौटंकीबाज बताया. तथा राणा दंपत्ति पर टिप्पणी की तथा उपमुख्यमंत्री पर तंज कसा. इस समय सभा मंच पर शिवसेना के जिला संपर्क प्रमुख सुधीर सूर्यवंशी, जिला प्रमुख सुनील खराटे, पूर्व विधायक धाने पाटील, श्याम देशमुख, मनोज कडू, पराग गुडधे, प्रीति बंड, पूर्व पार्षद भारत चौधरी, सागर देशमुख, ज्योति औघड, अर्चना धामणे, ललित झंझाल, धीरज श्रीवास, पियूषिका मोरे, डॉ.राजेंद्र तायडे, जयश्री कुर्हेकर, प्रशांत वानखडे, वर्षा भोयर, याह्या खान पठान, पंजाबराव तायवाडे, सहित शिवसेना के अन्य पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे.
सुषमा अंधारे ने आगे कहा कि, विकास के मुद्दे पर सांसद राणा ने कभी मुंह नहीं खोला, सिर्फ नरेंद्र मोदी और अमित शाह की नजरों में श्रेष्ठ बनने के लिए हांजी-हांजी कर रहे है. शिवगर्जना सभा में प्रा.सुषमा अंधारे ने करीब एक घंटे तक कड़ा प्रहार करते हुए कुछ पुराने वीडियो स्क्रिन पर दिखाकर राणा दंपत्ति की पोल खोलने का प्रयास किया. प्रा.अंधारे ने संबोधन में २०१९ के लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कोटे से अमरावती लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से नवनीत अक्का ने उम्मीदवारी हासिल की. उस समय मोदी के संदर्भ में नवनीत राणा द्वारा किए गए वक्तव्य का वीडियो एलसीडी पर दिखाकर अंधारे ने कहा कि, उस समय नवनीत राणा ने मोदी और पवार के संदर्भ में कहा था कि, बाप-बाप होता है और बेटा-बेटा ही रहता है. नवनीत अक्का ने अपने संबोधन में उस समय मोदी को बेटा और पवार को बाप करार दिया था और जैसे ही चुनाव जीती वैसे ही पाला बदलकर मोदी-शाह की जी हुजूरी में जुट गई. इस दौरान प्रा.सुषमा अंधारे ने पठान फिल्म के भगवे वस्त्र का भी वीडियो दिखाया.
* जनता भाजपा सरकार से त्रस्त
सुषमा अंधारे ने अपने अंदाज में कहा कि, शिवसंवाद और शिवगर्जना अभियान पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कपटभरे हमले शुरु है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ‘अरे यार यह टूटता क्यों नहीं है’, इसके पीछे ईडी, सीबीआई यहां तक की चुनाव आयोग तक लगा दिया. कुछ इस प्रकार की सोच उद्धव ठाकरे के प्रति देवेंद्र फडणवीस रखकर अपना सिर पीट रहे है.नाम गया, पार्टी गई, ४० गद्दार चले बए, बावजूद उद्धव ठाकरे टस से मस नहीं हो रहे. हाल ही में स्नातक चुनाव और विधानसभा के उपचुनाव के नतीजे यह साबित करे है कि, जनता भाजपा सरकार से त्रस्त हो उठी है.
* संस्कारित अंदाज में किया प्रहार
प्रा.सुषमा अंधारे ने बडे़ ही संस्कारित अंदाज में एकनाथ शिंदे पर प्रहार किया. उन्होंने कहा कि, एकनाथ शिंदे को एकनाथभाऊ संबोधित करते हुए कहा कि, एकनाथभाऊ सिर्फ कठपुतली है, असली सूत्रधार देवेंद्र फडणवीस है. राज्य में जब से शिंदे-फडणवीस की सत्ता आई है तब से परिवर्तन का सत्र शुरु है.
* ठाकरे सेना मैदान में
देवेंद्र फडणवीस की राजनीतिक मनसुबे को रोकने के लिए उद्धव बालासाहेब ठाकरे की सेना मैदान में उतरी है. हाल ही में हुए स्नातक और विधान परिषद चुनाव में नागपुर के रेशीमबाग जिसे देवेंद्रभाऊ का गढ़ माना जाता है, वहां शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने भाजपा को ध्ाूल चटाई. फिलहाल कोई चुनाव नहीं है. इसलिए हम किसी से वोट मांगने नहीं आए है. राज्य की जनता के हित के लिए शिवसेना मैदान में उतरी है. महाराष्ट्र की सत्ता अबाधित रखने के लिए हिंदूह्दयसम्राट बालासाहेब ठाकरे ने शिवसेना तैयार की. किंतु आज कुछ गद्दारों ने बालसाहेब का पक्ष, पक्ष नाम और निशान चुराया है.ऐसा होने पर भी उद्धव ठाकरे किसी के दबाव में नहीं आएंगे, ऐसा अंधारे ने कहा.
जिले का विकास शून्य
पॉलिसी मेकिंग की बात करनेवाली नवनीत अक्का और उनके यजमान रवि राणा की चुनाव में आने की नीति प्रचार के दौरान कुकर देने और चुनकर आने के बाद ढक्कन देने का आश्वासन देने जैसी है. नवनीत अक्का कलाकार है, उनकी कलाकारी खुली जमीनों को लीज पर लेने की है. किसके नाम पर जमीन लीज पर ले रही है, इससे सभी भलिभांती वाकिफ है. फर्जी जाति प्रमाणपत्र के सहारे सांसद बननेवाली नवनीत अक्का ने सदन में विकास का मुद्दा नहीं उठाया. जिले का विकास शून्य है. नवनीत राणा ने उनकी ऊर्जा जिले के विकास के लिए खर्च करने की सलाह प्रा.अंधारे ने दी. झूठ बोलकर, नौटंकी कर हमेशा चर्चा में रहने वाली नवनीत अक्का को अब सबक सिखाने का समय आ गया है, यह आह्वान प्रा.अंधारे ने शिवगर्जना सभा में किया.