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निलंबित एसआरपीएफ कर्मी प्रवीण सहारे की हृदयाघात से मौत

परिजनों ने की वरिष्ठों पर अपराध दर्ज करने की मांग

* कहा वरिष्ठों की अडियल नीतियों से मृतक को फिर से सेवा में वापस नहीं लिया

* मामुली से विवाद को काफी तुल दिया गया

अमरावती/ दि.10- फे्रजरपुरा थाना क्षेत्र में आने वाले वडाली के एसआरपीएफ क्वार्टर में रहने वाले निलंबित एसआरपीएफ कर्मी प्रवीण सहारे की शुक्रवार की सुबह दिल का दौरा पडने से मौत हो गई, लेकिन इसके बाद गंभीर और आक्रोशित हुए परिजनों ने फे्रजरपुरा थाने में दस्तक देकर निलंबित एसआरपीएफ कर्मी की मृत्यु के लिए वरिष्ठों को जिम्मेदार ठहराते हुए कार्रवाई करने की मांग की है.
मिली जानकारी के अनुसार प्रवीण सहारे एसआरपीएफ में कार्यरत था, लेकिन कुछ महिनों पहले उसे सेवा से निलंबित कर दिया गया था. अपना निलंबन वापस लिया जाए और उसे सेवा में फिर से शामिल किया जाए, इसके लिए वह नागपुर में आईजी कार्यालय में गया था. इस समय फे्रजरपुरा थाना परिसर में परिजनों ने बताया कि, प्रवीण को स्थानीय वरिष्ठ अधिकारियों ने फिर से सेवा में वापस नहीं लिया. वहीं इस दौरान मृतक प्रवीण की पत्नी ने बताया कि साल 2019 में झारखंड में चुनाव हुए थे. इस समय चुनावी बंदोबस्त के लिए प्रवीण गये थे. यहां पर प्रवीण और उसके एक सहयोगी मित्र के साथ किसी बात को लेकर विवाद हुआ था, लेकिन इस विवाद को काफी तुल दिया गया. तकरीबन दो साल बाद इसी मामले को फिर से उठाया गया और डी बिठाई गई. इतना ही नहीं तो मामले की जांच भी शुरु की गई. इसमें प्रवीण को दोषी माना गया और उसे निलंबित किया गया. वहीं जिस मित्र के साथ मृतक प्रवीण का झगडा हुआ था, उसने बताया कि दोनों के बीच जो विवाद हुआ था वह काफी बडा नहीं था. जानबुझकर विवाद को बढावा दिया गया. इस दौरान उसे भी क्वार्टर खाली करने की नोटीस दी गई. जिसके बाद मृतक के परिजनों, दोस्तों सहित परिसर के नागरिकों ने आरोप लगाया है कि वरिष्ठों का दबाव सहन नहीं कर पाने और सेवा में वापस नहीं लेने की चिंता में ही प्रवीण को हार्टअटैक आया है. इसलिए दोषी वरिष्ठों पर कार्रवाई करने की मांग की गई. इस संबंध में फे्ररजपुरा थाने के पीआई राहुल आठवले ने कहा कि फिलहाल इस मामले में आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया गया है. फिर से बयान दर्ज कराने के बाद योग्य कार्रवाई की जाएगी.

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