अमरावती लोकसभा में उम्मीदवारी पर सस्पेंस कायम
भाजपा और शिंदे सेना आमने-सामने
अमरावती/दि.21- अमरावती लोकसभा सीट को लेकर पिछले 24 घंटो में अब भारतीय जनता पार्टी और एकनाथ शिंदे की शिवसेना सार्वजनिक रुप से आमने-सामने दिखाई दे रही है. दोनों पार्टी के नेता विरोधाभास बयानबाजी कर रहे है. कल अकोला में देवेन्द्र फडणवीस ने पहली बार अधिकृत रुप से कहा था कि अमरावती में एनडीए की ओर से भाजपा का उम्मीदवार होगा. इस बयान को अभी 24 घंटे भी नहीं बिते आज मुंबई में एकनाथ शिंदे की धनुष बाण वाली शिवसेना के उपनेता आनंदराव अडसुल ने पत्रकार परिषद लेकर साफ तौर पर कहा कि अमरावती की सीट शिवसेना के कोटे की है और भाजपा को गठबंधन धर्म निभाते हुए शिवसेना के लिए उसे छोडना चाहिए.
अमरावती में ‘कमल’ का उम्मीदवार होगा-फडणवीस
पश्चिम विदर्भ में चुनाव प्रचार का शुभारंभ करने देवेन्द्र फडणवीस कल बेलोरा हवाई अड्डे पर उतरकर अकोला गए थे. अकोला में पत्रकारों से बातचीत में फडणवीस ने साफ तौर पर कहा कि अमरावती लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी का उम्मीदवार होगा और कमल चुनाव चिन्ह पर चुनाव लडेगा. जब उनसे पुछा गया कि नवनीत राणा भाजपा में प्रवेश कब करेगी तो उन्होनें सीधे उत्तर को टालते हुए कहा कि नवनीत राणा ने भाजपा को पांच वर्षो तक लोकसभा सदन में सहायता की है और नवनीत राणा भाजपा के साथ ही रही है. फडणवीस इससे अधिक राणा पर कुछ नहीं बोले. लेकिन पहली बार उन्होनें साफ किया कि अमरावती सीट पर भाजपा का उम्मीदवार ही चुनाव लडेगा.
अमरावती की सीट शिवसेना की हमारा दावा कायम-अडसुल
आज आनंदराव अडसुल ने मुंबई में एक पत्रकार परिषद लेकर साफ कहा कि जब से भाजपा-शिवसेना का गठबंधन हुआ है, अमरावती में केवल शिवसेना लडी है और नवनीत राणा ने पिछला चुनाव भाजपा से नहीं बल्कि कॉग्रेस-राष्ट्रवादी के सपोर्ट से जीता था. अडसुल के अनुसार राणा के जात प्रमाण पत्र का मामला कोर्ट में क्लोज फॉर आर्डर है. जल्द ही राणा राजनिती से आउट होने वाली है. उधर भाजपा के अमरावती के पदाधिकारी भी राणा के विरोध में है. अपने वरिष्ठों को निवेदन दे रहे है. फिर फडणवीस ने किस आधार पर कहा कि अमरावती से भाजपा लडेगी. अडसुल के अनुसार अमरावती की जगह उनकी है और उसी आधार पर वे लड रहे है. अडसुल ने कहा कि शिवसेना के नेता मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उन्हें अमरावती की सीट को लेकर शब्द दिया है, इसके बावजूद गठबंधन मे वरिष्ठ नेता जो कहेगे उन्हें मान्य होगा. अडसुल ने कहा कि अब अमरावती के मामले को लेकर फैसला आना जरुरी है. बहुत दिन हो चुके है, सीट का बंटवारा और उम्मीदवार अब जल्दी तय करना होगा.