अमरावती/दि.18– महावितरण के एक दर्जन अधिकारियों का निलबंन आदेश आखिरकार रोक लिया गया है. सब ऑर्डिनेट इंजीनियर असो. ने कामकाज में सुधार करने का आश्वासन देने के बाद बिजली कंपनी ने अपना आदेश 15 मार्च तक रोकने की जानकारी दी है. उल्लेखनीय है कि बिजली कनेक्शन काटने के बाद भी आपूर्ति शुरु रहने के कारण महावितरण ने तीन कार्यकारी अभियंता, तीन एसडीओ और 6 सेक्शन अधिकारियों का समावेश है.
सबऑर्डिनेट इंजी. असो. के पदाधिकारियों ने गुरुवार को महावितरण के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की. उसी प्रकार कामकाज बेहतर करने का भरोसा दिलाया. इस बारे में 15 मार्च तक बेहतर रिजल्ट देने का भी आश्वासन दिया. तब तक व्यवस्थापन संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई न करने की विनती की. असो. की विनती को महावितरण ने स्वीकार कर अपना आदेश 15 मार्च तक रोक दिया. उसी प्रकार अधिकारियों को अपने कर्तव्य पर लौटने के आदेश भी जारी किए. दूसरी तरफ चर्चा है कि, महावितरण ने प्रदेश के बिजली अभियंता संगठन के दबाव में यह निर्णय किया है. महावितरण की कार्रवाई से इंजीनियर्स नाराज हो गए थे. प्रबंधन के विरुद्ध असंतोष फैल रहा था. इसी के कारण महावितरण को निर्णय बदलने मजबूर होने की चर्चा चल रही है. उल्लेखनीय है कि महावितरण की कार्रवाई की चपेट में आए अधिकांश अधिकारी अमरावती संभाग के है.