
धारणी/दि.6– महाराष्ट्र में सतपुडा पहाड से सटे मध्यप्रदेश के शाहपुर वन परिक्षेत्र के जम्बुपानी के जंगल में एक गर्भवती बाघिन का शव मिलने से एक खलबली मची हुई है. बाघिन के मौत का कारण फिलहाल पता नहीं चल पाया है. करंट लगकर उसकी मौत होने की आशंका है. बाघिन गर्भवती थी. उसके पेट में पल रहे 3 शावक भी इस घटना में मारे गये है.
भारत के टाइगर स्टेट के तौर पर सुविख्यात मध्यप्रदेश के मेलघाट जंगल के नजदीक जम्बूपानी (जि. बुरहानपुर) के जंगल में 4 मई को एक गर्भवती बाघिन मृतावस्था में मिली. वन मंडल अधिकारी विद्या भूषणसिंह ने दी जानकारी के अनुसार करीबन 3 दिन पहले बाघिन की मृत्यु हुई होगी. जानकारी मिलते ही राष्ट्रीय बाघ सुरक्षा प्राधिकरण (एनटीसीए) के डॉ. प्रशांत देशमुख, मुख्य वनसरंक्षक रमेश गनावा(खंडवा) तथा वनमंडल अधिकारी विद्याभूषण सिंह और स्थानीय पदाधिकारियों के सामने शवदाह प्रक्रिया की गई. प्रथम दृष्टि से यह शिकार की घटना लग नहीं रही है. फिर भी अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. बुरहानपुर जिले से सटे हुए महाराष्ट्र के जंगल के समीप घटना होने से उक्त बाघिन स्थलांतरित रहने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. वन्यजीवों से सुरक्षा के लिए खेत के मेड पर जिंदा इलेक्ट्रिक कंपाउंड की परंपरा इस परिसर में रहने से उस दिशा में जांच हो रही है. बाघिन के सभी अवयव जस के तस रहने से यह शक बढ गया है. शाहपुर के रेंजर संजय मालवीय अपने सहयोगियों के साथ बाघिन के मौत के संदर्भ में अलग-अलग एंगल से जांच कर रहे है. इस भाग से प्रतिबंधित सालई गोंद के तस्कर भी सक्रिय रहते है. यह खास बात है. बता दें कि 3 वर्ष पहले धारणी की सीमा पर स्थित मध्यप्रदेश के खकनार के जंगल में बारातांडा के समीप एक बाघ आग में खाक हो गया था. उसके पंजे, दांत, मूछे, नाखून व पूछ गायब थी.