बडनेरा के फोरलेन रेलवे उडानपुल के निर्माण के लिए ‘स्वाईल टेस्टिंग’
मशीनों से जमीन की कडक व नरम मिट्टी का किया जा रहा परीक्षण
* बोअर से 25 से 30 मीटर गहराई तक की जा रही जांच
* पत्थरों के नमूने लिए गए, एमआरआईडीसी का कार्य
अमरावती/दि.14- अमरावती-बडनेरा मार्ग पर गांधी विद्यालय से लेकर पुलिस स्टेशन के सामने स्थित राम मेघे महाविद्यालय तक रेलवे उडानपुल के फोरलेन निर्माण के लिए महारेल (एमआरआईडीसी) व्दारा भूमि का परीक्षण किया जा रहा है. इस परीक्षण के बाद निविदा प्रक्रिया के जरिए उडानपुल का निर्माण कार्य शुरु होगा. आगामी तीन माह में यह निर्माण कार्य शुरु होने की संभावना सूत्रों ने जताई है.
अमरावती महानगर में सभी मुख्य मार्गो के कांक्रीटीकरण का काम वर्ष 2011-12 से पंचवटी चौक से शुरु हुआ था. उस समय अमरावती के विधायक रावसाहब शेखावत थे. पश्चात पंचवटी से शुरु हुआ कांक्रीटीकरण का निर्माण कार्य नवाथे चौक तक धीरे-धीरे पहुंचा. उसी दौरान अमरावती-बडनेरा मार्ग पर नेमानी गोदाम के पास नरखेड रेल क्रोसिंग के पास उडानपुल का निर्माण किया गया. वहां से बडनेरा शहर की जूनी बस्ती गांधी विद्यालय रेलवे पुल तक मार्ग का कांक्रीटीकरण कर मार्ग को फोरलेन किया गया. लेकिन बडनेरा का रेलवे पुल आने से यवतमाल टी-पाईंट तक इस मार्ग का कांक्रीटीकरण नहीं हो पाया था. इसके लिए निधी की भी आवश्यकता थी. राणा दंपति इसके लिए प्रयासरत थे. अब पिछले एक सप्ताह से बडनेरा के रेलवे उडानपुल के फोरलेन का निर्माण करने के पूर्व एमआरआईडीसी (महारेल) व्दारा भूमि का परीक्षण शुरु किया गया है. यह परीक्षण गांधी विद्यालय के सामने से लेकर पुलिस के सामने आरडीआई के कॉलेज तक और उसके बाद यवतमाल टी-पाईंट तक किया जाने वाला है. अब यह उडानपुल गांधी विद्यालय के पास से शुुरु होकर मोदी हॉस्पिटल के आगे तक रहने वाला है. वर्तमान में ‘स्वाईल टेस्टिंग’ का काम महारेल की तरफ से जारी है. इसके तहत बोअर मशीन के जरिए जगह-जगह 25 से 30 मिटर की गहराई तक जमीन का परीक्षण किया जाता है. इसमें यह देखा जाता है कि जमीन कहां नरम और कहां कडक है. साथ ही जमीन में कहां काले पत्थर आते है. इस तरह जमीन से पत्थरों के नमूने लेने के बाद उसे जांच ेके लिए भेजा जाता है. उसके मुताबिक निर्माण कार्य का बजट निकालकर निविदा प्रक्रिया की जाती है और पश्चात निर्माण कार्य शुरु किया जाता है. इस संपूर्ण प्रक्रिया के लिए करीबन 3 से 4 माह लगने की संभावना है. उसके बाद उडानपुल के फोरलेन का निर्माण कार्य शुरु होगा, ऐसा भी सूत्रों ने कहा.
* स्टेशन के विस्तार के मुताबिक होगा उडानपुल का निर्माण
सूत्रों ने बताया कि बडनेरा रेलवे स्टेशन का विस्तार किया जाने वाला है. इसके तहत प्लेटफार्म की संख्या भी बढेगी. वर्तमान में बडनेरा रेलवे स्टेशन पर चार प्लेटफार्म है. रेल पटरियों के मुताबिक वर्तमान के उडानपुल का निर्माण किया गया है. लेकिन आगामी समय में स्टेशन का विस्तार होने वाला रहने से प्रस्तावित उडानपुल की डिजाइन भी उसी के मुताबिक तैयार की जाएगी और उसका निर्माण होगा. फोरलेन उडानपुल का निर्माण होने के बाद नागरिकों को आवाजाही में काफी सुविधा होगी और राहत भी मिलेगी.