* 369 छात्र-छात्राओं का उत्साहपूर्ण सहभाग
अमरावती/दि.13– श्री गणेशदास राठी छत्रालय समिति, अमरावती के श्रीमती केशरबाई लाहोटी महाविद्यालय में बीबीए विभाग द्वारा आयोजित स्वामी विवेकानंद प्रतिभा खोज परीक्षा-2025 एक बड़ी सफलता रही. इस परीक्षा में 11वीं, 12वीं और सभी स्नातक छात्रों ने भाग लिया. बीबीए विभाग की प्रबंधन टीम की मेहनत रंग लाई. यह आयोजन बीबीए विभाग की प्रबंधन टीम और शिक्षकों के संयुक्त प्रयासों का परिणाम था.
प्रोफेसर पवन कलंत्री फैकल्टी को-ऑर्डिनेटर की निगरानी में वंश भालेकर और आदित्य ठाकरे छात्र समन्वयक. साथ ही प्रो. निशा लढ्ढा, प्रो. भावना साहू, प्रो. खुशबू मांधनिया, प्रो. श्रुति कलंत्री, प्रो. पूजा मिश्रा, प्रो. दर्पण नागडा, प्रो. प्रतीक खेरे मौजूद थे और इनके साथ ही मैनेजमेंट टीम के छात्र थे, जिनमें आदर्श वानखडे, आदित्य ठाकरे, वंश भालेकर, शुभम दांडगे, मिताली पवार, मनस्वी भुजालणे, प्रेम गाले, रितेश डहाके, सुमित कुरवाडे, अंजलि तिवारी, हर्षिका जोजारे, वेदिका काले, भूषण दंडणाईक, सानिया धुमाले, निशा धांडे, सलोनी हरणे थे. इन सभी ने इस परीक्षा को सफल बनाने के लिए दिन-रात एक कर दिए. परीक्षा के दौरान प्राचार्य डॉ. विजयकुमार भांगड़िया ने सभी कक्षाओं का दौरा किया और परीक्षार्थियों का उत्साहवर्धन किया.
* परीक्षार्थियों ने दिखाया उत्साह
परीक्षार्थियों ने भी इस परीक्षा में भरपूर उत्साह दिखाया. वे सभी परीक्षा में सफल होने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे थे.
* परीक्षा का विवरण
पेपर पैटर्न – बहुविकल्पीय प्रश्न (चउट) आधारित
विषय – स्वामी विवेकानंद के बारे में, गणित (अंकगणित), तार्किक तर्क, समसामयिक घटनाएं (2024), सामान्य ज्ञान, कुल प्रश्न: 50, कुल अंक: 100, भाग लेने वाले छात्र: 369.
पुरस्कार – परीक्षा में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को क्रमशः 1001 रुपये, 751 रुपये और 501 रुपये का नकद पुरस्कार दिया जायेगा. इसके अलावा, छात्रों को मेडल दिए जायेगे. सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गये.
* यह आयोजन क्यों महत्वपूर्ण है?
यह आयोजन छात्रों में प्रतिभा को निखारने और उन्हें प्रोत्साहित करने का एक बेहतरीन मंच है. इस तरह के आयोजनों से छात्रों में आत्मविश्वास बढ़ता है और वे अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित होते हैं.
* इस आयोजन से मिली सीख
इस आयोजन से हमें यह सीख मिलती है कि सहयोग और समर्पण से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है. बीबीए विभाग की प्रबंधन टीम और शिक्षकों ने मिलकर इस परीक्षा को सफफल बनाया है. इसी तरह, छात्रों ने भी कड़ी मेहनत करके अपने लक्ष्य प्राप्त किए हैं.
निष्कर्ष – स्वामी विवेकानंद प्रतिभा खोज परीक्षा 2025 एक सफफल आयोजन रहा. बीबीए विभाग की प्रबंधन टीम और शिक्षकों को इस आयोजन को सफल बनाने के लिए बधाई.