जीम में पसीना बहाना पड सकता है जान पर भारी

अमरावती /दि.29– इन दिनों साल के 12 महिने व्यायाम करने की क्रेझ निर्माण हो गई है, परंतु मॉर्निंग वॉक करने के साथ ही कई लोग तेज धूप में दौडने और जीम में पसीना निकलने तक वर्कआऊट करते है. लेकिन किसी की सलाह व मार्गदर्शन के बिना ऐसा करते हुए लोगबाग अपनी जान को खतरे में डालते है. क्योंकि, किसी तज्ञ मार्गदर्शक व आहार विशेषज्ञों की सलाह से ही व्यायाम करना चाहिए.
* चक्कर आने का खतरा
जीम लगाने के बाद शुरुआत में पहले एक माह तक एक सेब या केला खाकर ही वर्कआऊट करना जरुरी है. इसके साथ ही एक से दो लीटर पानी पीना भी आवश्यक है. भूखे पेट वर्कआऊट करने पर चक्कर आने का खतरा रहता है.
* विशेषज्ञों की सलाह महत्वपूर्ण
झटपट वजन कम करने हेतु कई लोग इंस्टाग्राम व फेसबुक पर वीडियो देखकर उस हिसाब से वर्कआऊट करना या खुद ही अपना इलाज करना शुरु करते है, परंतु ऐसा करना स्वास्थ की दृष्टि से अपायकारक साबित हो सकता है. जिसके चलते डॉक्टर एवं जीम ट्रेनर की सलाह से ही व्यायाम करना जरुरी होता है.
* जीम जाने से पहले क्या खाएं?
जीम शुरु करने के बाद चार लेवल में वर्कआऊट किया जाता है. पहले लेवल में सेब या केला खाकर वर्कआऊट करना जरुरी है. इसके बाद दूसरे लेवल में भूखे पेट भी वर्कआऊट किया जा सकता है.
* मोटापा कम करने की जद्दोजहद
झटपट वजन कम करने के लिए अपने मन से डायट के विविध प्रकार किए जाते है. जिसके तहत भोजन में स्निग्ध पदार्थ वर्ज करने तथा प्रोटीन का प्रमाण बढाने हेतु प्रोटीन पावडर का अति प्रयोग करने के साथ ही भूखे रहने जैसे काम किए जाते है.
* सुबह-सुबह पसीना निकले तो हो जाएं सतर्क
सामान्य तौर पर प्रत्येक व्यक्ति का मैक्झीमम हार्ट रेट 220 होता है. इसमें से व्यक्ति की आयु घटाने पर आनेवाले हार्ट रेट के 80 फीसद तक दौडने व चलने की जरुरत होती है. इससे अधिक दौडने अथवा चलने पर हार्टअटैक होने का खतरा होता है.
* पुलिस व सैन्य भर्ती का युवाओं में टारगेट
जीम में व्यायाम करने हेतु आनेवाले व्यक्तियों में युवा पीढी का प्रमाण काफी अधिक होता है. जिसमें से लगभग 20 फीसद युवा पुलिस भर्ती व सैन्य भर्ती की तैयारी करते है.
* प्रोटीन पावडर का अति प्रयोग घातक
प्रत्येक निरोगी प्रौढ व्यक्ति को रोजाना प्रति किलो एक ग्राम प्रोटीन की जरुरत होती है. खिलाडियों के लिए यह जरुरत थोडी अधिक होती है, परंतु संशोधन के अनुसार रोजाना 3 ग्राम से अधिक प्रमाण में प्रोटीन का सेवन करना हानिकारक होता है. जिसके चलते किडनी डैमेज होने, रक्त में लिपोप्रोटीन का प्रमाण बढने व डिहाईड्रेशन होने का खतरा रहता है.
* गर्मियों के मौसम दौरान जीम में अति व्यायाम करने से शरीर में पानी का प्रमाण कम होकर डिहाईड्रेशन होने का खतरा रहता है, जिसकी वजह से थकान व उष्माघात होने की संभावना रहती है. शरीर में पानी का प्रमाण 10 फीसद से कम हुआ तो स्वास्थ को लेकर गंभीर समस्याएं पैदा होती है. ऐसे में सोशल मीडिया पर देखकर व्यायाम नहीं करना चाहिए, साथ ही व्यायाम करते समय जीम ट्रेनर का मार्गदर्शन लेना चाहिए. इसके अलावा स्वास्थ संबंधि कोई समस्या रहने पर डॉक्टर की सलाह लेकर जीम ट्रेनर को इस बारे में सूचित करना भी जरुरी होता है.
– डॉ. रविभूषण
फिजीशियन.