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परसों 29 से अमरावती में ही होगी स्वाईन फ्ल्यू की टेस्टिंग

विद्यापीठ की कोविड टेस्ट लैब में की जायेगी सैम्पलों की जांच

* कल शाम तक टेस्ट कीट और एंटीडोज की खेप मिलेगी
अमरावती/दि.27– इस समय अमरावती शहर सहित जिले में कोविड संक्रमण के साथ-साथ स्वाईन फ्ल्यू का खतरा भी मंडरा रहा है. लेकिन अब तक अमरावती में स्वाईन फ्ल्यू संदेहित मरीजों के सैम्पलों की टेस्ट करने कास कोई जरिया उपलब्ध नहीं था. जिसके चलते सैम्पलोें को जांच हेतु नागपुर अथवा पुणे की प्रयोगशालाओं में भेजना पडता था. जहां से रिपोर्ट मिलने में चार से छह दिन का समय लग जाया करता था. लेकिन अब अमरावती विद्यापीठ परिसर स्थित सरकारी कोविड टेस्ट लैब में ही स्वाईन फ्ल्यू सैम्पलों की जांच करने की सुविधा उपलब्ध होगी. ऐसे में सभी सैम्पलों की रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर ही प्राप्त हो जाया करेगी. जिससे मरीजों के इलाज की दिशा तय करने में चिकित्सकों को आसानी होगी.
उल्लेखनीय है कि, चार से छह दिनों तक संदेहित मरीज की टेस्ट रिपोर्ट ही हाथ में नहीं आने के चलते इस दौरान मरीज का इलाज किस तरीके से किया जाये, इसे लेकर डॉक्टरों में काफी संभ्रम हुआ करता था. इस बात के मद्देनजर स्वास्थ्य संचालक कार्यालय ने अमरावती विद्यापीठ स्थित सरकारी कोविड टेस्ट लैब में ही अमरावती के स्वाईन फ्ल्यू संदेहित मरीजों के सैम्पलों की जांच शुरू करनी का आदेश जारी किया. किंतु इसके लिए इस कोविड टेस्ट लैब में एच1एन1 (गु्रप-ए) की आरटी-पीसीआर टेस्ट कीट का उपलब्ध होना जरूरी था. जिसकी मांग कोविड टेस्ट लैब द्वारा अकोला स्थित स्वास्थ्य उपसंचालक कार्यालय से की गई थी. साथ ही स्वाईन फ्ल्यू के सैम्पलों की टेस्टिंग का काम शुरू करने से पहले कोविड टेस्ट लैब के सभी अधिकाारियों व कर्मचारियों के लिए स्वाईन फ्ल्यू प्रतिबंधात्मक वैक्सीन की भी मांग की गई, ताकि सैम्पलों की टेस्टिंग के दौरान इस लैब ने काम करनेवाला कोई भी व्यक्ति संक्रमण की चपेट में न आये. पता चला है कि, स्थानीय जिला शल्य चिकित्सक कार्यालय द्वारा इसे लेकर प्रभावी रूप से आवश्यक कदम उठाये गये और तेज गति के साथ पूरे मामले को लेकर फालोअप् किया गया. जिसके चलते कल रविवार 28 अगस्त की शाम तक संगाबा अमरावती विद्यापीठ की कोविड टेस्ट लैब को स्वाईन फ्ल्यू सैम्पलों की जांच हेतु आरटी-पीसीआर टेस्ट कीट के साथ ही लैब कर्मियों के लिए स्वाईन फ्ल्यू प्रतिबंधात्मक वैक्सीन के डोज भी उपलब्ध करा दिये जायेंगे. जिनका तुरंत ही लैब के सभी टेक्निशियनों व कर्मचारियों को टीका लगा दिया जायेगा. जिसके बाद सोमवार से विद्यापीठ की कोविड टेस्ट लैब में स्वाईन फ्ल्यू संदेहित मरीजों के सैम्पलों की भी जांच का काम शुरू हो जायेगा.

* कोविड की तुलना में काफी महंगी होती है स्वाईन फ्ल्यू की जांच
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, किसी भी मरीज के सैम्पल की स्वाईन फ्ल्यू संबंधी जांच करने पर करीब चार से पांच हजार रूपये का खर्च आता है, जो कोविड टेस्टिंग की तुलना में काफी महंगा है. जानकारी के मुताबिक यदि एक-एक सैम्पल की जांच की जाती है, तो हर सैम्पल की जांच पर चार से पांच हजार रूपये का खर्च आता है. वही यदि एक साथ 94 सैम्पलों की जांच की जाती है, तो इस पर होनेवाला कुल खर्च 1 लाख 10 हजार के आसपास होता है. यानी एक ही समय जितने अधिक से अधिक सैम्पलों की जांच की जाती है, उस पर होनेवाले खर्च की राशि उतनी ही घटती जाती है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग एवं कोविड टेस्ट लैब प्रशासन द्वारा निर्णय लिया गया है कि, स्वाईन फ्ल्यू सदृश्य लक्षण रहनेवाले जितने मरीजों की कोविड टेस्ट रिपोर्ट निगेटीव आयेगी, उनकी स्वाईन फ्ल्यू टेस्ट ऐहतियात के तौर पर की जायेगी, ताकि इस बीमारी के फैलने के खतरे को टाला जा सके.

* हम हैं पूरी तरह से तैयार
इस संदर्भ में जानकारी व प्रतिक्रिया हेतु संपर्क किये जाने पर संगाबा अमरावती विद्यापीठ की सरकारी कोविड टेस्ट लैब के नोडल अधिकारी डॉ. प्रशांत ठाकरे ने बताया कि, उन्हेें अपनी लैब में स्वाईन फ्ल्यू टेस्टिंग का काम शुरू करने का आदेश स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त हो चुका है. साथ ही उन्हें कल शाम तक आरटी-पीसीआर टेस्ट कीट और एंटीडोज की खेप मिलने की सूचना भी दी गई है. ऐसे में वे अपनी ओर से स्वाईन फ्ल्यू टेस्टिंग का काम शुरू करने के लिए पूरी तरह से तैयार है और आरटीपीसीआर टेस्ट कीट व एंटीडोज मिलते ही सोमवार की सुबह से स्वाईन फ्ल्यू सैम्पलों की टेस्टिंग करने का काम शुरू कर दिया जायेगा. डॉ. प्रशांत ठाकरे ने यह भी बताया कि, इस समय विद्यापीठ की कोविड टेस्ट लैब में तकनीकी अधिकारी डॉ. नीरज धनवटे सहित एक डेटा एंट्री ऑपरेटर, एक तकनीशियन व एक लैब असिस्टंट कार्यरत है और काम बढने की सूरत में स्वास्थ्य विभाग से अतिरिक्त मनुष्यबल की मांग की जायेगी.

 

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