किसान पुत्रों की किसान के प्रति संवेदना
सैकडों किसानों ने किया एक दिवसीय अन्नत्याग आंदोलन

अमरावती /दि.20– यवतमाल जिले के चिलगव्हाण गांव के किसान स्व. साहेबराव करपे व उनके परिवार द्वारा सामूहिक आत्महत्या की गई थी. जिसमें उनके 39 वें स्मृति दिवस 19 मार्च को विविध सामाजिक संगठनाओं द्वारा डॉ. भाउसाहब देशमुख के पुतले के पास पंचवटी चौक में सैकडों किसानों ने एक दिवसीय अन्नत्याग आंदोलन कर करपे परिवार और बुलढाणा जिले के युवा किसान जिसने सरकार की बेजवाबदारी नीति की वजह से आत्महत्या की. ऐसे स्व. कैलास नागरे तथा कर्ज से परेशान जिन किसानों ने आत्महत्या की, उन्हें सामूहिक श्रद्धांजलि अर्पित की.
इस अवसर पर किसान पुत्र आंदोलन के समन्वयक प्रकाश साबले ने कहा कि, शासन का युवा शेतकरी पुरस्कार प्राप्त कैलास नागरे नामक इस किसान ने हाल ही में अत्महत्या की है. किसानों के विषय में संवेदनशीलता और किसान समाज की वेदना जानने के लिए यह आंदोलन किया गया है. अन्नत्याग आंदोलन में धनंजय काकडे, हिम्मतराव भुगुल, डी. यू. जाधव, आशीष देशमुख, गणेश आवारे, अजय साबले, अभिषेक बोंडे, शंतनु फुलझेले, मल्हार बोंडे, शेखर अवघड, रा. ग. राहटे, काशिनाथ फुटाने, दत्तात्रय फुटाने, दिलीप काले, भारत कल्याणकर, प्रवीण सदार, तुकाराम महिंगे ने सहभाग लिया.