अमरावतीमहाराष्ट्र

फसल को धूप में झुलसने से बचाने हेतु ‘क्रॉप कवर’ का पर्याय

अमरावती/दि.2– बढते तापमान की वजह से मिरची, पपई व केले जैसी फसलों के नाजूक पौधों के लिए खतरा निर्माण हुआ है और इन फसलों के नाजूक पौधे धूप में झुलस जाते है. जिसके चलते अब किसानों द्वारा अपनी फसलों को बचाने हेतु क्रॉप कवर के पर्याय का प्रयोग किया जा रहा है.

* गर्मी में किन फसलों की होती है बुआई
इस समय जिले का तापमान 44 डिग्री सेल्सीअस के आसपास चल रहा है और इस तापमान में भी किसानों द्वारा साग-सब्जीयों की बुआई की जाती है. साथ ही साथ तरबूज व खरबूज सहित अन्य फसलों की भी बुआई की जाती है.

* बेहतर उपज हेतु प्रयास
गर्मी के मौसम दौरान फसल की वृद्धि अच्छी होने तथा उत्पादन बेहतरीन होने पर बाजार में दाम अच्छे मिलते है. जिसके चलते गर्मी के मौसम दौरान फसलों को झुलसने से बचाने हेतु किसानों द्वारा तमाम आवश्यक सतर्कता बरती जा रही है.

* क्रॉप कवर का बढ रहा प्रयोग
अधिकांश किसानों द्वारा अपने खेतो में नई-नई तकनिकों का प्रयोग किया जाता है और इस जरिए बेहतरीन उत्पादन लिया जाता है. जिसके चलते गर्मी के मौसम में फसलों को खराब होने से बचाने हेतु इन दिनों क्रॉप कवर का बडे पैमाने पर प्रयोग होने लगा है.

* धूप की 60 फीसद तीव्रता को रोकता है क्रॉप कवर
इस समय बाजार में उपलब्ध रहनेवाले क्रॉप कवर के चलते धूप की करीब 60 फीसद तीव्रता बाहर ही रुक जाती है. जिसके चलते फसले झुलसने से बच जाती है और एक पौधे के लिए मात्र दो रुपए की पन्नी, एक रुपए की लकडी व दो रुपए की मजदूरी का नाममात्र खर्च ही आता है.

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