प्रतिनिधि/दि.११
अमरावती – कोरोना की वजह से अभिभावकों के पास छात्रों के प्रवेश के लिए रुपए भी नहीं है. शिक्षा संस्थाओं द्वारा हालिया घडी में छात्रों से ५० फीसदी शुल्क लेना चाहिए यदि किसी शैक्षणिक संस्था द्वारा रुपयों क लिए सख्ती की जाती है तो उनके खिलाफ कडी कार्रवाई की जाएगी. यह सख्त निर्देश शिक्षा राज्य मंत्री बच्चू कडू ने दिए है. यहां बता दे कि, बीते कुछ दिनों से स्कूलों की ओर से अभिभावकों को शुल्क भरने की सख्ती किए जाने के मामले सामने आ रहे है. इन शिकायतों की दखल राज्य मंत्री कडू ने ली है. उन्होंने कहा कि, जो संस्थाएं अभिभावकों के भरोसे पर बडी हुई है, उन संस्थाओं द्वारा कम से कम एक साल तक ५० फीसदी शुल्क लेना चाहिए. यदि फीस वसूली के लिए सख्ती की गई तो कार्रवाई की जाएगी. किसानों पर २-३ महिनों बाद बार-बार संकट आते है लेकिन शिक्षा संस्थाओं पर अब तक कोई भी संकट नहीं आया है. अभी तक शिक्षा संस्थाएं फायदे में ही रही है. कोई यह बता दें कि, हमारी संस्था हानी में है. बीते २० वर्षो से संस्थाओं द्वारा छात्रों से लिए गए शुल्क को लेकर कभी आवाज नहीं उठायी है. लेकिन इस बार हालातों को देखते हुए यह आवाज उठानी पड रही है.