राज्य की शाला बंद रखने के संबंध में एकसमान निर्णय ले
संगीता शिंदे की शिक्षा मंत्री व आरोग्य मंत्री से मांग
अमरावती/दि.८-बढते ओमिक्रान के भय के कारण राज्य की शाला बंद रखने के संबंध में लिए जानेवाले निर्णय में मतभिन्नता दिखाई दे रही है. सभी राज्य में एक जैसा निर्णय लिया जाए, ऐसी मांग शिक्षा संघर्ष संगठन की अध्यक्षा संगीताताई शिंदे ने शिक्षामंत्री वर्षाताई गायकवाड व आरोग्य मंत्री राजेश टोपे सेे की है.
ओमिक्रोन इस कोरोना के नये संक्रमण के कारण राज्य में बढ़नेवाली मरीजों की संख्या को ध्यान में रखकर राज्य में शाला बंद करने के संबंध में आदेश पारित किया गया है. परंतु शाला की कक्षा बंद करने के सबंध में आदेश पारित करते समय राज्य की सभी शालाआेंं में एक जैसे नियम न लगाने से इसमें मत भिन्नता दिखाई दे रही है . मुंबई विभाग की शाला ३१ जनवरी तक बंद करने का निर्णय लिया गया है. विदर्भ की पहली से आठवी कक्षाएं बंद कर दी गई है तथा ९ वीं से १२ वीं तक की कक्षाएं शुरू रखी गई है. परंतु उसी के साथ राज्य के सभी महाविद्यालय ३१ जनवरी तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है.
अमरावती जिले की ८ वीं की क्लासेस बंद रखकर कक्षा ९ वीं से १२ वीं की क्लासेस शुरू रखी गई है. इसमें राज्य के अन्य जिले के लिए अलग व विदर्भ के लिए अलग निर्णय लिए जाने से शाला शुरू रखने के संबंध में तफावत निर्माण हुई है. इन सभी स्थिति को ध्यान में रखकर राज्य की शाला बंद रखने संबंध में सभी शालाओं को लागू होगा, ऐसा एक समान निर्णय लिया जाए, ऐसी मांग शिक्षा संघर्ष संगठन की अध्यक्षा संगीता शिंदे ने शिक्षामंत्री वर्षा गायकवाड व आरोग्य मंत्री राजेश टोपे से की है.