दीपाली चव्हाण की आत्महत्या के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई करें
फारेस्ट रेंजर्स एसोसिएशन का प्रधान मुख्य वन सरंक्षक को पत्र
अमरावती/प्रतिनिधि दि.३१ – मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प अंतर्गत हरिसाल की वन परिक्षेत्र अधिकारी दीपाली चव्हाण ने 25 मार्च को उपवन संरक्षक विनोद शिवकुमार के अत्याचारों से त्रस्त होकर आत्महत्या की. आत्महत्या से पहले दीपाली ने 4 पन्नों की सुसाईड नोट भी लिखी है. दीपाली की आत्महत्या के लिए जिम्मेदार मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प के अधिकारियों पर कडी कार्रवाई करने की मांग का निवेदन फारेस्ट रेंजर्स एसोसिएशन ने राज्य के मुख्य वन संरक्षक (वन बल प्रमुख) को सौंपा है.
अपने पत्र में फारेस्ट रेंजर्स एसोसिएशन ने कहा है कि दीपाली चव्हाण यह वन विभाग की निडर अधिकारी थी. उन्होंने वन व वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए अपने जान की परवाह न करते हुए शासकीय कर्तव्य निभाया था. साथ ही दीपाली चव्हाण यह गर्भवती थी. बावजूद इसके उसने इतना घातक कदम उठाया. उन्हें उनके वरिष्ठ विनोद शिवकुमार ने आत्महत्या के लिए प्रवृत्त किया. उन्होंने उनपर होने वाले अत्याचार के बारे में अपर मुख्य वन संरक्षक श्रीनिवासन रेड्डी को समय समय पर अवगत कराया, लेकिन रेड्डी ने उनकी शिकायतों की कोई दखल नहीं ली. दीपाली की आत्महत्या में पुलिस ने दफा 306 के तहत अपराध दर्ज किया है. इस मामले में उपवन संरक्षक विनोद शिवकुमार को तत्काल निलंबित करने तथा 7 दिन के भितर उन्हें सेवा से बरखास्त करने और इस मामले में दफा 302, 354 अ तथा 376 सी के तहत फोैजदारी अपराध दर्ज करने तथ रेड्डी को सहआरोपी बनाने की मांग भी फारेस्ट रेंजर्स एसोसिएशन ने की है.