आरोपी को सहयोग करनेवाले दोषी अधिकारियों पर करें कार्रवाई
रेट्याखेडा में वृद्ध महिला का जुलूस निकालने का प्रकरण
* विधायक केवलराम काले ने पालकमंत्री बावनकुले से की मुलाकात
चिखलदरा/दि. 25– संपूर्ण राज्य में चर्चित हुए मेलघाट के रेट्याखेडा की वृद्ध महिला पर अमानवीय अत्याचार और जुलूस निकालने के प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए मेलघाट के विधायक केवलराम काले ने अमरावती के पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले से मुंबई में मुलाकात की. इस प्रकरण में मुख्यमंत्री को भी उन्होंने पत्र सौंपा. आरोपी को सहयोग करने और उन्हें बचाने का प्रयास करनेवाले दोषी अधिकारियों पर कडी कार्रवाई करने की मांग काले ने की है. इस कारण इस संपूर्ण प्रकरण में थानेदार और जमादार पर कार्रवाई की मांग अब बढने लगी है.
मेलघाट विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के चिखलदरा तहसील के रेट्याखेडा निवासी कालमी शेलुकर (77) नामक आदिवासी वृद्ध महिला को पुलिस पाटिल और अन्य नागरिकों ने जादू-टोना के संदेह में रस्सी से बांधकर पीटा और उसे चटके देकर आंखों में मिर्ची का धुआं और चेहरे को कालिख पोती गई थी. मारपीट करने के बाद उसको गांव से बेदखल किया गया था.
* पालकमंत्री गंभीर
मेल के इस प्रकरण की जानकारी विधायक केवलराम काले को मिलते ही उन्होंने संबंधित थानेदार और जमादार से संपर्क कर तत्काल जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने के आदेश दिए. लेकिन उनकी इस सूचना की अनदेखी की गई. इस बात को पालकमंत्री ने गंभीरता से लिया है.
* थानेदार पर मेहेरबान कौन?
शिकायतकर्ता द्वारा इस बाबत कोई जानकारी न दी रहने की बात चिखलदरा पुलिस ने वरिष्ठों को दी थी. लेकिन 5 जनवरी को प्रत्यक्ष विधायक केवलराम काले ने फोन पर बातचीत की. उसके बावजूद 18 दिन तक जांच नहीं की गई. खबर प्रकाशित होने के बाद महाराष्ट्र राज्य में हडकंप मच गया. पश्चात मामले दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.