प्रफुल्ल की आत्महत्या के लिए जिम्मेदार फायनान्स कंपनी पर कार्रवाई करें
अंबानगरी शालेय विद्यार्थी वाहतूक संस्था का जिलाधिकारी को निवेदन
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फायनान्स कंपनी के तगादे से त्रस्त होकर की थी आत्महत्या
अमरावती प्रतिनिधि/दि.११ – शहर के स्कूल बस चालक प्रफुल्ल गतफणे ने इंडुसंड फायनान्स कंपनी के तगादे से तंग आकर 31 जनवरी रविवार को घर में फांसी लगाकर आत्महत्या की थी. गतफणे की आत्महत्या के लिए संबंधित फायनान्स कंपनी पर अपराध दर्ज कर पीडित परिवार को न्याय देने की मांग का निवेदन अंबानगरी शालेय वाहतूक संस्था व शालेय विद्यार्थी वाहतूक संघ अमरावती की ओर से आज जिलाधिकारी को सौंपा गया.
प्रफुल्ल गतफणे ने 20 जुलाई 2018 को इंडुसंड बैंक की ओर से कर्जा लेकर स्कूल बस खरीदी थी. स्कूल बस चलाकर वह परिवार का गुजारा कर बैंक की किश्त भी भरता था किंतु कोरोना महामारी के चलते पिछले 10 महिने से स्कूल बस घर पर ही खडी है. स्कूल बस से आने वाला उत्पन्न बंद हो जाने से किश्त बकाया रही और बैंक के कर्मचारी किश्त के लिए तगादा लगा रहे थे. इस कारण त्रस्त होकर प्रफुल्ल गतफणे ने फांसी लगाकर आत्महत्या की.
स्कूल बस संगठन का कहना है कि शालेय विद्यार्थी वाहतूकदार ने कोविड-19 के काल में अपनी मांगों के लिए निवेदन दिये, आंदोलन किये, लेकिन सरकार ने स्कूल बस चालकों के बारे में कोई भी निर्णय नहीं लिया. इस कारण सरकार ने उनकी मांगों को गंभीरता से लेकर जिस स्कूल बस धारकों ने फायनान्स पर गाडियां ली है, उन्हें जब तक शालाए शुरु नहीं होगी और व्यवसाय नियमित नहीं होगा तब तक कर्जदारों की किश्तों पर रोक लगाए और स्कूल बस चालकों को धमकाने वाली फायनान्स कंपनियों पर कार्रवाई करने की मांग की है. इस समय शालेय विद्यार्थी वाहतूक संघ के बंडू कथिलकर, देवेंंद्र बोंडे, राहुल इंगले तथा अंबानगरी विद्यार्थी वाहतूक संस्था के अध्यक्ष रविंद्र गुल्हाने, चंद्रशेखर जाधव, सागर डवरे, वसंत गौरखेडे, पप्पू कालबांडे, किशोर पांडे, प्रशांत महल्ले, दिनेश मडसे, सुरेश गुरापे, पिंटू पवित्रकार, संदीप किन्हीकर आदि उपस्थित थे.