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‘सुंदरता’ को लेकर पालकमंत्री व सांसद में शाब्दिक भिडंत

पालकमंत्री के चेहरे पर ‘गढ्ढे’-नवनीत सुंदरता चेहरे पर नहीं, काम में होती है - यशोमती

अमरावती/दि.2– इस समय अलग-अलग राजनीतिक दलों से वास्ता रखनेवाले राजनेताओं व जनप्रतिनिधियों के बीच वैचारिक मतभिन्नता रहना कोई नई बात नहीं है. किंतु वैचारिक मतभेेद रहने के बावजूद राजनेताओें द्वारा अब तक एक-दूसरे के कद व प्रतिष्ठा का सम्मान किया जाता रहा. किंतु विगत कुछ दिनों से राजनीति स्तरहिनता का शिकार होने लगी है और अब राजनीतिक क्षेत्र से जुडे लोग ‘लेवल छोडकर’ बात करते हुए एक-दूसरे पर व्यक्तिगत स्तर के आरोप लगाने लगे है. वहीं अब जिले की दो महिला नेताओं में शारीरिक सुंंदरता को लेकर आक्षेप व टीका-टिप्पणी का दौर शुरू हो गया है. जिसके तहत अब जिले की सांसद नवनीत राणा व जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के बीच रार व तकरार का दौर शुरू हो चुका है.
बता दें कि, अभी हाल-फिलहाल किसी सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने जिले की सांसद नवनीत राणा को अप्रत्यक्ष रूप से मॉडल के तौर पर संबोधित किया था. जिसके जवाब में परसों पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के तिवसा निर्वाचन क्षेत्र में आयोजीत कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए सांसद नवनीत राणा ने उसी बयान को आधार बनाते हुए कहा कि, अगर वे (नवनीत) सुंदर है, तो इससे अन्य लोगों को जलने की कोई जरूरत नहीं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, दूसरों की डेंटिंग-पेन्टींग देखकर कुछ ऐसे लोग भी जल रहे है, जो खुद चाहे कितनी भी डेेंटिंग-पेन्टिंग करवा ले, लेकिन अपने गालों के गढ्ढों को नहीं छिपा सकते. साथ ही नवनीत ने यह भी कहा कि, उनकी डेंटिंग-पेन्टींग गिनवानेवाली महिला उनसे करीब 10-15 साल बडी है. ऐसे में जाहीर तौर पर उस महिला के चेहरे पर बढती उम्र की झलक और झूर्रियां दिखाई देने लगी है. इसमें वे (नवनीत) क्या कर सकती है. जाहीर सी बात है कि, सांसद नवनीत राणा का निशाना जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर की ओर ही था और इस इशारे को उक्त कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोग बखूबी समझ भी गये.
वहीं सांसद नवनीत राणा द्वारा दिये गये बयान पर पलटवार करते हुए कल पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा कि, अब वे कोई मॉडल तो है नहीं, जो डेंटिंग-पेन्टींग करवाते हुए अपने गालों के गढ्ढों को छिपाये. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, हम मेहनतकश किसानों के बच्चे है और हमारे चेहरे पर गढ्ढे तथा हाथ-पांव में दरारे ही हमारी सुंदरता है. साथ ही हमारे आराध्य देव विठ्ठल-रूक्मिणी का रंग भी श्यामल है. अत: हमें अपने श्यामवर्णिय यानी काले रंग के होने पर अभिमान भी है. साथ ही पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने एक बार फिर सांसद नवनीत पर बिना नाम लिये निशाना साधते हुए कहा कि, जिन्हें मॉडलिंग करने का बहुत शौक है, उन्होंने राजनीति में आने की बजाय मॉडलिंग में ही रहना चाहिए. वहीं उनके लिए सही जगह है.
कुल मिलाकर जिला पालकमंत्री व जिले की सांसद जैसे बेहद महत्वपूर्ण पदों पर रहनेवाली दो जिम्मेदार महिलाओं के बीच अब व्यक्तिगत सुंदरता को लेकर गली व नुक्कडवाले स्तर का झगडा शुरू हो गया है. यह आगे चलकर और किस स्तर तक पहुंचता है. यह अपने आप में देखनेवाली बात होगी.

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