अमरावती

अपने मन से दवाई लेना हो सकता है खतरनाक

फार्मासिस्ट भारती मोहोकार व रोहित गुप्ता ने दी सलाह

अमरावती/प्रतिनिधि दि.१० – अमूमन लोगबाग सर्दी-खांसी व हलका बुखार रहने पर अपने ही मन से कुछ दवाईयों का सेवन करना शुरू कर देते है. साथ ही कुछ दवाईयों के लिए डॉक्टर की परची जरूरी नहीं होती. ऐसे में ऐसी दवाईया मेडिकल स्टोर से बडी आसानी के साथ मिल भी जाती है. किंतु इस समय कोविड संक्रमण को लेकर जिस तरह के हालात चल रहे है, उसे देखते हुए ऐसा करना स्वास्थ्य के लिहाज से खतरनाक हो सकता है. अत: अपने मन से किसी भी तरह की दवाई लेने से बचना चाहिए और बीमारी के कोई भी लक्षण दिखाई देने पर डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही दवा लेनी चाहिए. इस आशय की सलाह रणरागिणी महिला फार्मासिस्ट फाउंडेशन (महाराष्ट्र) की अध्यक्षा भारती मनीष मोहोकार तथा फार्मासिस्ट की आवाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष रोहित गुप्ता ने दी है.
इन दोनों फार्मासिस्टों के मुताबिक इन दिनों कोविड संक्रमण बडी तेजी के साथ फैल रहा है. ऐसे में संक्रमण से बचने हेतु स्वास्थ्य प्रतिरोधक क्षमता का बेहतरीन रहना आवश्यक है. किंतु कई लोग अपने मन से ही दवाईयों का सेवन करते है. जिसका असर स्वास्थ्य प्रतिरोधक क्षमता पर भी पड सकता है. खासकर कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सीन लगवा चुके लोग यदि सर्दी-खांसी व बुखार की स्थिति में अपनी मर्जी से दवाई लेने पर वैक्सीन का असर भी कम हो सकता है और वैक्सीन लगवाने के बाद भी कोई व्यक्ति कोविड संक्रमण की चपेट में आ सकता है. ऐसे में बेहद जरूरी है कि, किसी भी स्थिति में अपने मन से दवाईयों का सेवन नहीं करना चाहिए और सर्दी-खांसी व बुखार होने पर सबसे पहले डॉक्टरों की राय लेनी चाहिए. साथ ही डॉक्टरों की सलाह पर कोविड टेस्ट भी करवानी चाहिए.

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