अमरावती

खस्ताहाल सड़को पर तपी जिप की आमसभा

  • हायब्रीड एनयुटी के कामों पर उठाया गया आक्षेप

  • अध्यक्ष देशमुख ने जारी किए जांच के आदेश

अमरावती/प्रतिनिधि दि.४ – गत रोज जिला परिषद की आमसभा में जिले के ग्रामीण क्षेत्र अंतर्गत खस्ताहाल रहनेवाली सड़को का मामला जमकर गूंजा, जब जिप सदस्य दिनेश टेकाम ने आरोप लगाया कि जिले में हायब्रीड एनयुटी अंतर्गत शुरू रहनेवाले रास्ते के निर्माण की वजह से जिप के अख्तियार में रहनेवाले कई रास्ते खराब हो गये है और जिप की अनुमति लिए बिना ही कई रास्तों की खुदाई की गई है. ऐसे में जिप अध्यक्ष बबलू देशमुख ने इस मामले की जांच के आदेश देते हुए सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग को १५ दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करने हेतु निर्देशित किया. इसके साथ ही आवास योजना व लाभार्थी योजना की प्रलंबित निधि का मसला भी इस आमसभा में जमकर गूंजा.
जिप आमसभा की शुरूआत में ही जिप के अख्तियार में रहनेवाले रास्तों की बदहाली का मुद्दा सदस्यों द्वारा उपस्थित किया गया. इसके तहत कहा गया कि जिप की मिलकित वाले २६ रास्ते खराब हुए है और सडक विकास महामंडल द्वारा कई किमी सड़को पर केवल पेच लगाया गया है. साथ ही संबंधित अधिकारियों द्वारा इसे लेकर गलत सूची दी गई है. इस बैठक में कहा गया कि जिले में करीब १ हजार ५०० करोड रूपये के रास्तों का काम हायब्रीड एन्युटी अंतर्गत शुरू है. किंतु इस योजना के तहत काम कर रहे भारी भरकम वाहनों के वजन तथा आवाजाही से जिला परिषद के रास्ते खराब हो रहे है. इसमें भी हायब्रीड एन्युटी अंतर्गत बनाई जानेवाली सडको की गुणवत्ता भी काफी खराब है. ऐसा आरोप भी दिनेश टेकाम द्वारा लगाया गया. उन्होंने कहा कि अमरावती तहसील में हायब्रीड एन्युटी अंतर्गत जारी कामों की वजह से कुल १२ रास्ते क्षतिग्रस्त हुए है. जिनकी दुरूस्ती हेतु ६७ लाख रूपये की निधि मिलना अपेक्षित है. इसके साथ ही जिले के अन्य ग्रामीण हिस्सों के सदस्यों द्वारा भी अपने अपने क्षेत्रों में हायब्रीड एन्युटी योजना की वजह से होनेवाले नुकसान को लेकर आपत्ति व आक्षेप दर्ज कराए गये. जिसके चलते जिप अध्यक्ष बबलू देशमुख ने इसकी जांच के आदेश जारी करते हुए आगामी १५ दिनों के भीतर रिपोर्ट पेश करने हेतु निर्देशित किया.
जिप सभा में उपाध्यक्ष विठ्ठल चव्हाण, सभापति बालासाहब हिंगणीकर, पूजा आमले, दयाराम काले, नितिन गोंडाणे, रविन्द्र मुंदे, सुहासिनी ढेपे, गवली देशमुख, महेन्द्र गैलवाल, जयंत देशमुख, सदन मोहोड, दत्ता ढोमणे व गजानन राठोड सहित जिप सदस्य व अधिकारी उपस्थित थे.

  • अंगणवाडी सेविका व पर्यवेक्षिका को मिलेगा एक माह का अतिरिक्त वेतन

कोविड संक्रमण काल के दौरान बेहतरीन काम करनेवाली अंगणवाडी सेविकाओं व पर्यवेक्षिकाओं का जिले में जगह-जगह सत्कार हो रहा है. ऐसे में जिला परिषद द्वारा उन्हें सम्मानित करने हेतु सभी अंगणवाडी सेविकाओं व स्वास्थ्य पर्यवेक्षिकाओं का एक-एक माह का अतिरिक्त वेतन दिया जाए. ऐसा प्रस्ताव जिप की आमसभा में रखा गया. जिसे अध्यक्ष के जरिए राज्य सरकार के पास भेजा जायेगा. इसके साथ ही पदभर्ती प्रक्रिया हेतु अधिकतम आयु सीमा को बढाया जाने की मांग भी की गई. जिसके तहत कहा गया कि फिलहाल जिप की पदभर्ती हेतु अधिकतम आयु सीमा ३० वर्ष की है. जिसे बढाकर ३५ वर्ष किया जाए. इसके अलावा महिला व बालकल्याण विभाग अंतर्गत अंगणवाडी कर्मचारी का आदिवासी विभाग आदिवासी क्षेत्र से गैर आदिवासी क्षेत्र में तबादला किए जाते समय बडे पैमाने पर आर्थिक गडबडिय़ा व अनियमितताए होने का आरोप भी इस आमसभा में लगाया गया. साथ ही साथ सीधे लाभ योजना का अनुदान ऑनलाइन प्रक्रिया में अटके रहने की ओर भी सदन का ध्यान दिलाया गया.

  • अध्यक्ष के कक्ष में भिडे आजी-माजी पदाधिकारी

वही आमसभा खत्म होने के बाद कई पदाधिकारी व अधिकारी जिप अध्यक्ष बबलू देशमुख के दालान में उपस्थित थे. जहां पर निधि वितरण एवं वाहन चालक की नियुक्ति के मसले को लेकर स्वास्थ्य समिति के भूतपूर्व तथा वर्तमान पदाधिकारी आपस में उलझ गये. जिस पर स्वास्थ्य समिति के वर्तमान पदाधिकारी ने बताया कि यह मामला जिप अध्यक्ष के अधिकार क्षेत्र में है. जिसे पूर्व पदाधिकारी का माथा और भी ठनक गया तथा कुछ देर तक दोनों के बीच जमकर शाब्दिक विवाद होता रहा. लेकिन बाद में जैसे ही यहां पर उपस्थित अन्य लोगों ने इस मामले में ध्यान देना व हस्तक्षेप करना शुरू किया. दोनों ही पदाधिकारियों ने मामले की गंभीरता को समझते हुए खुद ही बातचीत खत्म की और वे यहां से निकल गये.

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