अमरावती

तपस्वी राहुल धोका का माला, स्मृतिचिन्ह देकर सत्कार

मासखमन की अनुमोदना

31 दिनों तक केवल जल सेवन
पू. तत्वचिंतिका अमितज्योतीजी म.सा. की उपस्थिति
अमरावती – /दि.24 जैन धर्म में तपस्या का बडा महत्व है. सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक केवल गर्म पानी पीकर यह कठिन तप किया जाता हैं. कहा जाता है कि, तप से निखरकर काया कुंदन बनती है. ऐसे ही 31 दिनों तक केवल गर्म पानी पीकर उग्र तपस्या करने वाले युवा राहुल धोका को तत्व चिन्तिका गुरुणी मैय्या महासाध्वी प.पू. अमितज्योति म.सा. के मुखरबिंद से पचखान की अनुमोदना दी गई. ऐसे ही स्थानीय जैन समाज ने राहुल को माला और स्मृतिचिन्ह देकर कठोर तप के लिए सम्मानित किया.
अंबापेठ स्थित श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ व अंबापेठ की ओर से आनंद दरबार में आचार्य सम्राट 1008 प.पू. आनंदऋषि म.सा. की सुशिष्या तत्व चिन्तिका गुरुणी मैय्या महासाध्वी प.पू. अमितज्योति म.सा., संगीता साधिका साध्वी प.पू. अनंतज्योति म.सा. ठाणा 2 के सानिध्य में इस वर्ष का मंगलमय चातुर्मास हो रहा है. इस निमित्त 3 दिन, 5 दिन, 11 दिन, 21 दिन, 31 दिन के उपवास की उग्र तपस्या करने वालों का पचखान की अनुमोदना हुई. जिसमें जैन समाज के प्रतिष्ठित नागरिक अशोक धोका के सुपुत्र राहुल धोका ये कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण रहे. राहुल धोका विगत 5 वर्षों से चातुर्मास में उपवास कर रहे हैं. इस वर्ष राहुल ने सर्वाधिक उपवास करने वालों में अपना नाम दर्ज कर 31 उपवास किये. शुक्रवार को राहुल धोका के 31 उपवास का मासखमन हुआ. तत्व चिन्तिका गुरुणी मैय्या महासाध्वी प.पू. अमितज्योति म.सा. के मुखारबिंद से राहुल का पचखान हुआ. पश्चात वर्धमान जैन स्थानकवासी संघ, ओसवाल जैन संघ समेत जैन समाज बंधुओं ने राहुल का माला, स्मृतिचिन्ह देकर सत्कार किया. सभी ने इस तपकर्ता का अभिवादन, अभिनंदन तथा अनुमोदन किया. पश्चात बडनेरा मार्ग स्थित नैवेद्यम रिसोर्ट में संगीतकार संयम पारख की सुमधुर वाणी में भक्ति संध्या का आयोजन धोका परिवार द्बारा किया गया.
कार्यक्रम में ओसवाल संघ के अध्यक्ष संजय आंचलिया, राजू बुच्चा, मनीष संकलेचा, रतन भंसाली, राजेश चोरडिया, राजेंद्र बुच्चा, निर्मल मुणोत, राजकुमार कोचर, चंदू सोजतिया, संजय मुणोत, जसवंतराज लुनिया, अनिल मुणोत, राजेश जैन, भरतभाई भायानी, भिकमचंद सिंघवी, नरेंद्र निब्जिया, शीतल मुणोत, टीकमचंद सिंघवी, अनिल गांधी, धर्मेंद्र मुणोत, अनिल सुराणा, महावीर चोपडा, डॉ. रवींद्र चोरडिया, अशोक बंबोरिया, लालचंद भंसाली, राजेश मुणोत, प्रकाश वेद, मोहन भंसाली, पदम देवडा, सुरेश चोपडा, प्रवीण नाहटा, राजेंद्र चोपडा, शीतल भंसाली, अनिल कोठारी, पन्नालाल ओस्तवाल, सुधीरभाई शाह, कल्पेश चोरडिया, कल्पेश देसाई, मनोज मुणोत, प्रमोद कोठारी, प्रेमचंद बाफना, विनोद भंडारी, नरेश कंठालिया, मांगीलाल गोलच्छा, अरुण बांगानी, कोमल बोथरा, सुशील गोलेच्छा, भारत खजांची, नवीन चोरडिया, सुभाष भंडारी, संजय बोकरिया, प्रकाश बोकरिया, सुशील बोकरिया, इंदर सुराना, राजकुमार कोचर, पुणे के नीलेश कांकरिया, नंदुरबार के संदीप कोठडिया, हरीश वेद, जलगांव के संजय संकलेचा, सुनील लुनावत, सुरेश लुनावत, राजेश लुनावत, महावीर लुनावत, मनोज लुनावत ललित बाफना, सुनील छाजड, प्रीतम लुनावत, पारस लुनावत, पनवेल डॉ. वसंत कांकरिया, प्रकाश खिवंसरा, अमलनेर के ननिहाल परिवार से पन्नालाल लुनावत, मंजू गुगलिया, मीनल भंसाली, कोकिला बाठिया समेत धोका परिवार के कचूरलाल धोका, पुष्पाबाई धोका, मुकूंदचंद धोका, सुनीता धोका, राजेंद्र धोका, किरणबाई धोका, मनीष धोका, प्रीति धोका, मनोज धोका, मनीषा धोका, नीलेश धोका, रुपाली धोका, प्रितेश धोका, नेहा धोका, अनुज धोका, प्रतीक्षा धोका के साथ जैन समाजबंधुओं की उपस्थिति रही.

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