तपोवन संस्था कुष्ठरोगियों के लिए आत्मीयता का निवास : विधायक खोडके
विदर्भ महारोगी सेवा मंडल में जयंती समारोह में दर्शाई उपस्थिति
अमरावती/दि.1-कोरोना महामारी का प्रकोप होने से पूर्व कुष्ठरोग जैसी एक बीमारी अस्तित्व में है. इस बीमारी के जख्म और पीडा असहनीय होती है. कुष्ठरोगी को घृणा, तिरस्कार की नजरों से देखा जाता है. लेकिन कुष्ठरोगियों को दाजीसाहेब ने अपनाया. उन्हें स्वाभिमानी, स्वावलंबी जीवन जीने के लिए उनमें आत्मविश्वास निर्माण किया. यह कार्य विदर्भ महारोगी सेवा मंडल तपोवन में विगत 75 वर्षों से शुरु है. कुष्ठरोगियों के लिए यह एक आत्मीयता का निवास है. आज कुष्ठरोग बाधित मरीज तपोवन में अपना जीवन खुशी से व्यतीत कर रहे है, इस आशय का कथन विधायक सुलभा खोडके ने किया. उन्होंने आगे कहा कि, कुष्ठरोगियों की संस्था द्वारा तैयार किए माल को सरकार की ओर से मार्केट दिलाने के लिए प्रयास करेंगे.
विदर्भ महारोगी सेवा मंडल, तपोवन अमरावती की ओर से पद्मश्री डॉ. शिवाजीराव उपाख्य दाजीसाहेब पटवर्धन का 134 वां जयंती समारोह शनिवार 28 दिसंबर को शिवउद्यान तपोवन में संपन्न हुआ. इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष प्राचार्य डॉ. सुभाष गवई, हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल की सचिव डॉ. माधुरी चेंडके, वरिष्ठ समाजसेवी डॉ.गोविंद कासट, संस्था के उपाध्यक्ष डॉ. प्रतीक राठी, सचिव सहदेव गोले, संस्था के सदस्य विवेक मराठे आदि मान्यवर उपस्थित थे. कार्यक्रम दौरान विधायक खोडके ने तपोवन के कुष्ठरोगियों ने कुटीर उद्योग से साकार की वस्तुएं तथा तैयार की कलाकृति का निरीक्षण किया. इस समय संस्था के सदस्य भगवंतसिंह दलावरी, झुबीन दोटीवाला, विद्या देसाई, अश्विन आळशी, भीमराव ठाकरे, ऋषिकेश देशपांडे, योगेश करडे सहित सेवाभावी संस्था के पदाधिकारी व कुष्ठबंधु उपस्थित थे.