अमरावती

रोजाना 4 हजार टेस्ट का लक्ष्य, इस समय हजार से भी कम टेस्ट हो रही

जिले में 75 फीसदी टेस्ट होती है आरटी-पीसीआर के जरिये

अमरावती/दि.14 – दीपावली पश्चात कोरोना का संक्रमण बढने न पाये, इस बात के मद्देनजर रोजाना कम से कम चार हजार टेस्ट करने का लक्ष्य जिला स्वास्थ्य प्रशासन को दिया गया है. लेकिन इसके बावजूद इस समय जिले में रोजाना केवल 500 से 800 कोरोना टेस्ट हो रही है. जो तय लक्ष्य से काफी दूर है.
जिला शल्य चिकित्सक की रिपोर्ट के मुताबिक जिले में अब तक 1 लाख 31 हजार 894 मरीजों के थ्रोट स्वैब सैम्पल जांच हेतु कोविड लैब में भेजे जा चुके है. जिसमें से 1 लाख 12 हजार 728 सैम्पलों की रिपोर्ट निगेटिव आयी है और 212 सैम्पलों की रिपोर्ट प्रलंबित है. वहीं 18 हजार 529 सैम्पलों की रिपोर्ट पॉजीटिव आयी है. इसमें से सर्वाधिक 63 हजार 862 सैम्पलों की जांच विद्यापीठ की कोविड टेस्ट लैब में हुई. वहीं पीडीएमसी की कोविड टेस्ट लैब में 4 हजार 287 तथा आरटी-पीसीआर में 4 हजार 822 सैम्पलों की जांच की गई. इसके अलावा शहरी क्षेत्र में 35 हजार 373 तथा ग्रामीण क्षेत्र में 22 हजार 389 सैम्पलों की जांच रैपीड एंटीजन टेस्ट के जरिये की गई है.

टेस्ट का लक्ष्य पूरा करना फिलहाल मुश्किल

जिले में रोजाना कम से कम 2 हजार से 4 हजार कोविड टेस्ट की जाये, ऐसा लक्ष्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा तय किया गया है, लेकिन हकीकत में रोजाना 500 से 800 कोविड टेस्ट ही हो रही है. थ्रोट स्वैब सैम्पल संकलित करने हेतु मनपा क्षेत्र में 5 तथा सभी तहसील क्षेत्र में 1-1 संकलन केंद्र बनाये गये है. लेकिन इन केंद्रों पर अपने सैम्पल देने हेतु नागरिक ही नहीं आ रहे. ऐसे में फिलहाल इस लक्ष्य को पूरा करना काफी मुश्किल काम साबित हो रहा है.

प्रत्येक नागरिक के पीछे 200 रूपये खर्च

कोरोना संक्रमण काल के दौरान विविध उपाय योजनाओं हेतु राज्य सरकार ने निधी की कमी नहीं पडने दी. विगत आठ माह के दौरान अब तक सरकार द्वारा करीब 70 करोड रूपयों की निधी उपलब्ध करायी गयी है. यदि जिले की 28 लाख जनसंख्या को ग्राह्य माना जाये तो सरकार ने हर एक नागरिक के पीछे 200 रूपये खर्च किया है. यह निधी कोरोना प्रतिबंधात्मक उपाय योजनाओं हेतु अमरावती मनपा सहित सभी तहसील प्रशासनों को उपलब्ध कराये जाने की जानकारी जिला प्रशासन द्वारा दी गई है.

  • कोरोना टेस्ट की संख्या बढाने के संदर्भ में सरकार की ओर से दिशानिर्देश प्राप्त है. जिसके अनुसार 2 हजार से अधिक टेस्ट करने का नियोजन भी किया गया है, और मनपा क्षेत्र के पांच एवं सभी तहसील क्षेत्रों के 1-1 संकलन केंद्रों को नियमित रूप से शुरू रखा गया है. जहां पर आनेवाले लोगों के थ्रोट स्वैब सैम्पल लिये जा रहे है.
    – डॉ. श्यामसुंदर निकम
    जिला शल्य चिकित्सक

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