अमरावती में रोजाना चखा जा रहा 100 टन आम का स्वाद
मन मुताबिक भाव नहीं मिलने से उत्पादक परेशान
अमरावती/प्रतिनिधि दि.७ – विदर्भ की उपराजधानी कहे जाने वाले अमरावती शहर को सांस्कृतिक विरासत की देन मिली है. संतरा के कॉलिफोर्निया के रुप में भी जिले को पहचान मिली है. फलों के राजा आम को भी अब कॉलिफोर्निया में पसंद किया जा रहा है. इसी कड़ी में रोजाना 100 टन आम बेचा जा रहा है. यह जानकारी फल बाजार के विशेषज्ञों ने दी.
यहां बता दें कि इन दिनों बाजार में बड़े पैमाने पर आम की आवक होती है. लेकिन अधिक आवक के बावजूद भी फल को मन मुताबिक भाव नहीं मिल रहा है, जिससे उत्पादकों में नाराजी देखी जा रही है. कोरोना के चलते बाजार पर भी समय की पाबंदी लगाई गई है. जिसके चलते भाव ज्यादा मिलने हेतु काफी देर ग्राहकों को इंतजार नहीं करना पड़ रहा है. सुबह 11 बजे तक ही बाजार खुले रहने से इसी समयावधि में पूरा व्यवहार करना पड़ता है. यह उत्पादकों का कहना है. कोरोना काल में नागरिकों का इम्युनिटी बढ़ाने पर ध्यान है. इसके लिये किवी, पपीता, ड्रैगन, स्ट्रॉबेरी जैसे फलों को पसंद किया जा रहा है. वहीं आम की आवक भी सर्वाधिक होने से अन्य फलों के अलावा हरएक नागरिकों की थैली में आम को भी स्थान मिल रहा है.
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दस गाड़ियों से उतर रहा आम
अमरावती कृषि उपज मंडी के फल बाजार में रोजाना दस गाड़ियों से आम उतारा जा रहा है. एक वाहन में 10 टन यानि 100 टन आम बाजार में आ रहा है और उतना ही आम बेचा भी जा रहा है. आवक की तुलना में भाव संतोषजनक नहीं है.
-हाजी मो. आरीफ मंसूरी, अध्यक्ष फल विक्रेता संघ,कृउबास