अमरावतीमहाराष्ट्र

टेलर व गवंडी को नहीं मिलेगी 15 हजार की साधन किट

प्रशासन ने लगाई स्थगिति, 18 क्षेत्रों के पारंपारिक कारागिरों को ही मिलेगा योजना का लाभ

अमरावती/दि.19- केंद्र सरकार द्वारा 17 सितंबर 2023 से प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना शुरु की गई. यह योजना पांरपारिक कारागिरों को सहायता व प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से शुरु की गई है. इस योजना के तहत अमरावती जिले में 84,617 आवेदन प्राप्त हुए है. जिसमें 35 से 40 हजार आवेदन टेलर व गवंडी जैसे व्यवसाय के रहने के चलते ग्रामपंचायत स्तर पर योजना के मानक अनुसार इन आवेदनों को खारिज कर दिये जाने की जानकारी है.
बता दें कि, इस योजना के तहत विविध 18 ट्रेड में कार्यरत कारागिरों को अब नये मानकों के अनुसार लाभ मिलेगा. जिनमें बढई, कुम्हार, नाई, लोहार, धोबी, चर्मकार, मच्छीमार, शिल्पकार व पारंपारिक खिलौने बनाने वाले कारागिरों सहित अन्य कारागिरों का समावेश किया गया है. वहीं टेलर व गवंडी इन दो ट्रेड के लिए फिलहाल स्थगिति दिये जाने के चलते इन घटकों को फिलहाल इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा.
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल्य सम्मान योजना केंद्र सरकार द्वारा शुरु की गई है. जिसमें लघु, सुक्ष्म व मध्यम उद्देश्य परिसंस्था में नवउद्योग के तौर पर पंजीयन किया जाता है. साथ ही पीएम विश्वकर्मा पोर्टल पर आधारित बायोमैट्रीक प्रमाणिकरण सहित सामूहिक सेवा केंद्र के जरिए पंजीयन किया जाता है. इसकी 3 स्तर पर पडताल की जाती है. जिसके तहत स्थानीय स्तर व जिला क्रियान्वयन समिति की सिफारिश के बाद प्रस्ताव को वरिष्ठ कार्यालय के पास भेजा जाता है.

* क्या हैं चयन के मानक?
पारंपारिक कारागिर अथवा संबंधित व्यवसाय करने वाले कारागिर इस योजना के लिए पंजीयन कर सकते है. एक परिवार में किसी एक व्यक्ति को ही इस योजना का लाभ मिलता है. साथ ही यह भी जरुरी है कि, लाभार्थी परिवार का कोई भी व्यक्ति सरकारी सेवा में न हो.

* क्या है प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना?
– केंद्र सरकार द्वारा 17 सितंबर 2023 से प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की गई.
– इस योजना के तहत 18 ट्रेड में पारंपारिक कारागिरो को कौशल्य विकास हेतु प्रशिक्षण व मदद की जाती है.

* गवंडी व टेलर को स्थगिति
इस योजना हेतु अब 18 टे्रड को पात्र किया गया है. जिसमें पारंपारिक व्यवसाय करने वाले कारागिरों को प्राधान्य दिया गया है. वहीं टेलर व गवंडी जैसे व्यवसायों को फिलहाल स्थगिति दी गई है.

* 84 हजार में से 16 हजार आवेदन पात्र
– इस योजना में अब तक 84,617 आवेदन संबंधित कार्यालय को प्राप्त हुए है. जिसमें से प्राथमिक स्तर पर हुई पडताल में 62,068 आवेदनों को पात्र ठहराया गया.
– वहीं जिला क्रियावयन समिति ने इसमें से 17,728 आवेदन पात्र ठहराकर राज्यस्तरीय समिति के पास अपनी सिफारिश सहित भेजे. जहां पर 16,351 आवेदनों को मान्यता दी गई.

* क्या मिलता है लाभ?
– साहित्य खरीदी हेतु 15 हजार
प्राथमिक प्रशिक्षण के प्रारंभ में साहित्य खरीदी हेतु ई-वॉउचर के स्वरुप में 15 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाती है.
– प्रमाणपत्र
प्रशिक्षण पूर्ण करने के उपरान्त प्रमाणपत्र प्रदान किया जाता है. इस प्रमाणपत्र के आधार पर उम्मीदवार अन्य लाभ भी ले सकता है.
– 500 रुपए का दैनिक विद्यावेतन
कौशल्य वृद्धि हेतु प्राथमिक प्रशिक्षण व इसके बाद 15 दिन का प्रगत स्तरीय प्रशिक्षण दिया जाता है. जिसके लिए 500 रुपए का दैनिक विद्या वेतन भी प्रदान किया जाता है.

* प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में 18 टे्रड शामिल किये गये है. जिसके तहत योजना के मानकों के अनुसार अधिक से अधिक पारंपारिक कारागिरों द्वारा आवेदन करते हुए इस योजना का लाभ लेना चाहिए.
– प्रदीप चेचरे,
जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी.

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