‘टीबी’ फुफ्फुस से संबंधित बीमारी है
समय पर उपचार करना जरुरी

अमरावती /दि.10– रोगप्रतिकारशक्ति कम होने से ‘टीबी’ की बीमारी होती है. प्रमुख रुप से ‘टीबी’ फुफ्फुस से संबंधित रोग है. समय पर उपचार नहीं किया गया तो यह बीमारी शरीर के मनके सहित मस्तिष्क में भी जा सकती है. ऐसी स्थिति में गंभीर स्वरुप के लक्षण भी शरीर में निर्माण होते है. इसके लिए सही समय पर उपचार करना जरुरी है.
‘टीबी’ का शासकीय अस्पताल में निशुल्क उपचार किया जाता है. इतना ही नहीं औषधियां भी निशुल्क उपलब्ध करवाई जाती है. उपचार के बाद धीरे-धीरे यह बीमारी पूर्णत: खत्म हो जाती है. इस बीमारी से सुरक्षित रहने के लिए सतर्कता बरतना आवश्यक है.
* मस्तिष्क टीबी के लक्षण
सतत सरदर्द होना, बुखार आना, थकान महसूस होना, वजन कम होना और मानसिक स्थिति में बदल होना, शरीर में झटके आना यह मस्तिष्क टीबी के लक्षण है.
* मस्तिष्क टीबी का कारण
मस्तिष्क टीबी रोग होने का मुख्य कारण फुफ्फुस में टीबी का संक्रमण रक्त द्वारा मेंदू में पहुंचने का है. पूर्ण रुप से उपचार नहीं किया गया तो उसके कीटाणू शरीर में फैल सकते है. एचआईवी, मधुमेह, कुपोषण और ज्यादा समय तक स्टेरॉइडस् लेनेवाले व्यक्तियों में रोगप्रतिकारशक्ति कम होने से उन्हें मस्तिष्क टीबी होने की संभावना ज्यादा रहती है.
* संतुलित आहार और नियमित व्यायाम करे
टीबी का निदान होने पर तुरंत उपचार ले और संतुलित आहार व पर्याप्त नींद ले. जिससे रोगप्रतिकारशक्ति मजबूत होगी. फलो और हरी सब्जियों का सेवन करे.
* मस्तिष्क टीबी दुर्लभ रोग
मस्तिष्क टीबी यह दुर्लभ रोग है. यह रोग ‘मायक्रोबैक्टेरियम ट्यूबरक्युलोसिस’ कीटाणू की वजह से होता है. जब यह रक्त द्वारा मस्तिष्क तक पहुंचता है तो यह मस्तिष्क को प्रभावित करता है.
* टीबी के लक्षण दिखाई देने पर तज्ञ डॉक्टर की ले सलाह
मस्तिक टीबी यह गंभीर बीमारी है. इस बीमारी का जल्द निदान नहीं होता है. सरदर्द, बुखार, मानसिक स्थिति में बदलाव आदि लक्षण दिखाई देने पर तज्ञ डॉक्टर की सलाह ले.
– डॉ. अमोल ढगे
न्यूरो सर्जन.