अमरावती

शिक्षक विद्यार्थियों के लिए एक दिपस्तंभ जैसा है

स्टेट बैंक कृषि शाखा व्यवस्थापक विनायक कुराडे का प्रतिपादन

धामणगांव रेलवे प्रतिनिधि/दि.७ – ज्ञान की ज्योत अखंड रखने का महान कार्य शिक्षकों ने किया है और वह राष्ट्र के निर्माण में खरा साबित हुआ. कल का सुजान नागरिक भी शिक्षकों के हाथों ही घड रहा है. ऐसा प्रतिपादन भारतीय स्टेट बैंक कृषि विकास शाखा के व्यवस्थापक विनायक कुराडे ने व्यक्त किया वे भारतीय स्टेट बैंक कृषि शाखा द्वारा आयोजित शिक्षक दिन के अवसर पर बतौर समारोह अध्यक्ष के रुप में उपस्थित थे. कृषि विकास शाखा द्वारा आयोजित शिक्षक दिन समारोह में प्रमुख अतिथि के रुप में सेवानिवृत्त शिक्षक सुधीर शेलके, भातकुली समूह साधन के केंद्र प्रमुख नारायण अतकरे, भारतीय स्टेट बैंक विकास शाखा के अधिकारी स्वप्रील अखाडे उपस्थित थे. अपने अध्यक्षीय भाषण में विनायक कुराडे ने आगे कहा कि विद्यार्थियों के लिए शिक्षक दिपस्तंभ है.
शाला और संस्कार में नजदीक का संबंध होता है. शिक्षक विद्यार्थियों में संस्कारों का निर्माण करता है और उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनाने का भी प्रयत्न करता है. इस अवसर पर धामणगांव तहसील के कर्तव्यनिष्ठ शिक्षकों का सत्कार भी किया गया. इस समय बैंक के स्वप्रील आखाडे, रिजू शाह, स्वाती मेश्राम, मुरलीधर कडू, राजेंद्र धनस्कर, पुंडलिक,कुमरे, संजय दहातोंडे, महेश लक्षणे,महाराष्ट्र राज्य शिक्षक सेना के तहसील प्रमुख नरेंद्र काले, हिंनगांव के जिप शाला मुख्यध्यापक मोहन देशमुख, जलका जिला परिषद शाला के मुख्यध्यापक मकरंद खेडकर, कवी व शिक्षक चंद्रशेखर दाडू, अखिल भारतीय शिक्षक संघ के शकील अहमद, पवन बोके, शेंदुरजना खुर्द शाला के शिक्षक गणेश गावंडे प्रमुख रुप से उपस्थित थे.

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