प्रतिनिधि/दि.५
अमरावती- जिला परिषद शिक्षकों की तबादला प्रक्रिया शुरु हो चुकी है. इस दरमियान मंगलावार को जिप शिक्षकों के न्याय प्रविष्ठ तबादलों को लेकर मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने जानकारी हासिल की है. न्याय प्रविष्ठ मामलों के नतीजे सामने आने ते शिक्षकों के तबादले प्रक्रिया समाहित न की जाए यह शिक्षकों का कहना है. जिससे तबादला प्रक्रिया लंबा खिचने की संभावना बढ गई है. यहां बता दे कि जिला परिषद की शिक्षकों के तबादला प्रक्रिया को शिक्षा विभाग ने पूरा की है. जिसके अनुसार बीते वर्ष तबादला होने के बाद अपने तबादले पर नराजगी दर्शाते हुए न्यायालय के तहलीज पर जाने वाले शिक्षकों की सूची शिक्षा विभाग ने बुलायी थी. इसके अलावा इन शिक्षकों ने अपना मत भी रखा था. जुलाई २०१९ में पती पत्नी एकत्रिकरण अंतर्गत तबादला पात्र जोडियों ने ३९ किमी के भीतरी स्कूलों में कराने के प्रस्ताव दिए थे. लेकिन स्कूल उपलब्ध नहीं होने से वे शिक्षक प्रशासकिय तबादले के लिए पात्र ठहराए गए. जिला परिषद की ओर से समुपदेशन कर तबादला प्रक्रिया चलायी गई. परंतु इसके खिलाफ कुछ शिक्षकों ने न्यायालय मे दौड लगायी और स्टे तथा टेटेस्कोप प्राप्त किया और उसी जगह पर शिक्षक कार्यरत है. शिक्षकों की वर्ष २०१८-१९ की तबादला प्रक्रिया २७ फरवरी २०१७ से सरकार निर्णय के अनुसार किए गए. इसमे भी २८ मई २०१९ में शुद्धी पत्रक के लिए यह प्रक्रिया चलायी जाने से अनेक शिक्षकों ने निर्णय अन्यायकारक होने की बात कही और न्यायालय में दौड लगायी थी. न्यायालय में निर्णय दिए बगैर कोई भी तबादला नहीं किया जा सकता यह शिक्षकों का कहना है. लेकिन न्यायालय में दाखिल मामलें कितने और उनकी पृष्ठभूमि क्या है यह जानने के लिए शिक्षा विभाग ने मंगलावार को न्याय प्रविष्ठ शिक्षकों को बुलाकर उनका लिखित स्वरुप में मत जाना. बॉक्स तबादला प्रक्रिया की तिथियां अनश्चित जिला परिषद के प्रत्येक तबादलों की प्रक्रिया की तिथी अब तक निश्चित नहीं की गई है. परंतु प्रक्रिया की शुरुआत हो गई है. न्याय प्रविष्ठ शिक्षकों के तबादलों के मामलों की जानकारी मंगलवार को हासिल कर ली गई है. कुल ३५ मामले सामने आए है.