अमरावतीमहाराष्ट्र

अन्यायकारक शासन निर्णय रद्द करने की शिक्षक सेना की मांग

शिक्षा उपसंचालक के जरिए सीएम को प्रेषित किया ज्ञापन

अमरावती/दि.23– शालेय शिक्षा विभाग ने तैयार की संच मान्यता का सुधारित मानदंड शिक्षा अधिकार कानून का उल्लंघन करने वाला है. नए संच मान्यता नीति के कारण राज्य की 25 हजार से अधिक शालाएं बगैर मुख्याध्यापक के रहेगी. इसलिए संच मान्यता के सुधारित मानक संबंध में शासन निर्णय रद्द करने की मांग महाराष्ट्र राज्य शिक्षक सेना ने शिक्षा उपसंचालक कार्यालय के माध्यम से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को सौंपे ज्ञापन में की है.

संगठन के मुताबिक, पटसंख्या 135 से कम होने पर मुख्याध्यापक का पद रद्द होगा. मातृभाषा में शिक्षा देने वाली शालाओं पर संकट निर्माण होगा. राज्य की 25 हजार से स्कूलें मुख्याध्यापक के बिना कार्यरत रहेंगी, यह भय महाराष्ट्र राज्य शिक्षक सेना ने व्यक्त किया हैै. शालेय शिक्षा विभाग ने राज्य की शालाओं के लिए संच मान्यता का सुधारित शासन निर्णय 15 मार्च को निर्गमित किया है. इस शासन निर्णय का शिक्षा क्षेत्र में विरोध हो रहा है. सुधारित मानक के प्रावधानों का विश्लेषण कर इस निर्णय की त्रुटियां और इससे होने वाले परिणाम को देखते हुए यह निर्णय रद्द किया जाए, यह मांग महाराष्ट्र राज्य शिक्षक सेना के राज्याध्यक्ष ज.मो.अभ्यंकर ने की है. बालकों के मुफ्त व अनिवार्य शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के धारा 25 व इसके पश्चात अंतर्गत रहने वाले परिशिष्ट के मुताबिक संच मान्यता का मानक नहीं रहने से देश के कानून का प्रावधान भंग करने वाला यह शासन निर्णय है, ऐसा शिक्षक सेना का कहना है.

कुल 29786 स्कूलों में केवल दो ही शिक्षक उपलब्ध होंगे, यानी एक शिक्षक को एकही समय दो से तीन कक्षा में अध्यापन करना पडेगा. जिससे गुणात्मक शिक्षा से विद्यार्थी वंचित रहेंगे. ग्रामीण व आदिवासी क्षेत्र के बच्चों को शिक्षक उपलब्ध नहीं होंगे. इसके साथ ही शिक्षकों पर मानसिक तनाव बढेगा. पटसंख्या 135 से कम होने पर मुख्याध्यापक का पद रद्द होगा, आदि विविध समस्या का स्कूलों को और शिक्षकों को सामना करना पडेगा. इसलिए यह अन्यायकारक सरकारी निर्णय जल्द से जल्द रद्द किया जाए, यह मांग महाराष्ट्र राज्य शिक्षक सेना निजी विभाग अमरावती की ओर से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को शिक्षा उपसंचालक कार्यालय के माध्यम से की गई. इस समय शिक्षक सेना के अध्यक्ष रुपेश टाले, कार्याध्यक्ष श्रीकांत देशमुख, उपाध्यक्ष प्रवीण वाटाणे, प्रीती ठाकरे, विद्या बोंडे, रूपाली वाट उपस्थित थे.

Related Articles

Back to top button