शिक्षकों ने जिला परिषद के सामने लगायी ‘उठक-बैठक’
नियमबाह्य बिंदू नामावली तथा दुर्गम क्षेत्र से तबादले का किया विरोध
* प्रहार शिक्षक संगठन की अगुआई में हुआ आंदोलन
अमरावती/दि.6- जिला परिषद में शिक्षक संवर्ग की बिंदू नामावली नियमबाह्य है तथा विगत दो वर्ष के दौरान गैर अनुसूचित जनजाति क्षेत्र (नॉन पेसा) से बाहर पिछडावर्गीयों का आरक्षण इस गलत बिंदूनामावली की वजह से छिन लिया गया है. जिसकी ओर बार-बार ध्यान दिलाये जाने और सरकार द्वारा संशोधन के आदेश दिये जाने पर भी सुधार नहीं किया जा रहा. जिससे संतप्त होकर आज प्रहार शिक्षक संगठन के नेतृत्व में सैंकडों शिक्षक जिला परिषद पर धमके और जिप मुख्यालय के सामने उठक-बैठक लगाते हुए प्रशासन के खिलाफ अपना रोष व्यक्त किया गया.
प्रहार शिक्षक संगठन के प्रदेशाध्यक्ष महेश ठाकरे के नेतृत्व में किये गये इस आंदोलन के साथ ही जिप के सीईओ व प्रशासक अविश्यांत पंडा को शिक्षकों द्वारा अपनी मांगों का लिखीत ज्ञापन भी सौंपा गया. जिसमें चेतावनी दी गई कि, यदि इस एक दिवसीय आंदोलन के बाद भी शिक्षकों की मांगों का कोई समाधान नहीं निकाला जाता है, तो आगामी 8 जून से विभागीय आयुक्तालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन व अनशन किया जायेगा.इस आंदोलन में प्रहार शिक्षक संगठन के प्रदेशाध्यक्ष महेश ठाकरे, जिलाध्यक्ष शरद काले, जिला सचिव अमोल वर्हेकर, जिला संगठक दिलीप इंगले, तहसील अध्यक्ष गजानन पाथरे, तहसील सचिव सूरज सोनटक्के, जिला कार्यकारिणी सदस्य सारंग धामणकर, अविनाश मोहोड, पंकज ठाकूर, दिनेश मेटकर सहित शिक्षक सर्वश्री सुनील बनसोड, नितीन अमृते, आशिष माहुरे, सचिन मेहकरे, संदीप भावसार, राहुल बकाले, सतीश दाभाडे, पवन बनसोड, राहुल भागवत, सुशील पानतावणे, पूनम सोनोने, जयश्री तायडे, ओम देवतले, मनीषा विंचूरकर, स्वप्नाली ठाकरे, निरंजन वाघमारे, वीरेंद्र खडसे, दिनेश मेटकर, ज्योती पाटील, प्रिया ढेवले, अर्चना शिरभाते, अंजली कोठीकर श्रीकृष्ण न्याहाटकर, विजय ठाकुर, सुनील सपकाल आदि शिक्षक उपस्थित थे. जिन्होंने प्रशासन के खिलाफ अपना रोष प्रकट किया.