* पशु प्रेमियों की 46 दिन की मेहनत का नतीजा
अमरावती/दि.31– पिछले महीने शहर के राहुल नगर इलाके में एक अज्ञात व्यक्ति ने एक आवारा मादा श्वान पर गर्म पदार्थ फेंक दिया था. जिसमें वह 30 प्रतिशत जल गई थी. जयदीप गावंडे की सूचना के आधार पर 11 नवंबर को टीम वसा के एनिमल रेस्क्यूअर सिद्धांत मते और पैरा वेट शुभमनाथ सायंके ने उसे जली हुई हालत में रेस्क्यु या और मंगलधाम कॉलोनी स्थित श्री गौरक्षण पशु चिकित्सालय में भर्ती कराया.
दिवाली के दौरान, यह आवारा मादा 8-10 दिनों तक अपने पिल्लों से मिलने नहीं गई, 10 दिन जब वह मादा वापस लौटी, तो उसके सीने पर जलने का बड़ा घाव था. स्थानीय लोगों ने तुरंत घटना की सूचना वसा संस्था को दी, जो अमरावती शहर में पशु कल्याण का काम करती है. बचाव दल ने उसे वसा सेंटर में भर्ती कराने के बाद डॉ. सुमित वैद्य और प्यारा वेट टीम ने उस मादा श्वान का उचित इलाज किया. वसा एनिमल रेस्क्यू सेंटर में 46 दिनों तक उसकी उचित देखभाल की गई. आज, वह श्वान पूरी तरह से ठीक हो गयी है और उसे उसके मूल स्थान पर वापस छोड़ दिया गया है. आज 46 दिन बाद वह अपने पिल्लों से मिली.
* पशु क्रूरता पर कार्रवाई
यदि कोई व्यक्ति पशु को मारता है, घायल करता है, उनके निवास स्थान को नष्ट करता है, उन्हें मारने की कोशिश करता है, उनकी उचित देखभाल नहीं करता है या जंगल में श्वान और बिल्लियों छोड़ देता है, तो ऐसे केसेस में पशु क्रूरता अधिनियम, 1960 के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है. राहुल नगर इलाके में हुई यह घटना मानवीय नहीं है. इस मामले में किसी ने भी आगे आकर आरोपियों के बारे में जानकारी नहीं दी और क्षेत्र में सीसीटीवी की व्यवस्था नहीं होने के कारण घटना का वीडियो नहीं मिल पाया.
– शुभमनाथ सायंके,
अशासकीय सदस्य, पशु कल्याण समिति, अमरावती और अध्यक्ष वसा संस्था अमरावती.