अमरावतीमहाराष्ट्र

तहसीलदार ने गोकुलसरा रेत भंडारण को किया सील

सरकारी रेत डिपो पर कब होगी कार्रवाई?

* तहसील के नागरिक कर रहे सवाल
धामणगांव रेलवे/दि.2– तहसील के रेतमाफियों का पोकलेन से उत्खनन संबंध में खबरे प्रकाशित होते ही राजस्व विभाग हडबडाकर जागा है. तहसीलदार गोविंद वाकडे की टीम में गोकुलसरा के रेत स्टॉक पर कार्रवाई करते हुए भंडारण को सील किया है. इसी बीच, यह कार्रवाई जिला प्रशासन के सामने भंडाफोड होने से की गई. कुलमिलाकर यह कार्रवाई सिर में दर्द और घुटनों को मरहम जैसी है, ऐसी चर्चा तहसील में की जा रही है. वहीं दूसरी ओर सुबह से ही पोकलेन से उत्खनन शुरु रहने वाले रेत डिपो के घाट में राजस्व विभाग की गुप्त खबर पहुंचने से उत्खनन के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला पोकलेन तहसीलदार के पहुंचने से पहले ही घाट के बाहर निकालकर खडा कर दिया गया तथा उत्खनन बंद करने की जानकारी है.

इन सभी प्रकरण के कारण तहसील कार्यालय में रेत माफियों की मिलीभगत रहने का आरोप करते हुए निष्पक्ष कार्रवाई कब होगी? यह सवाल नागरिक कर रहे है.

खबर का असर
धामणगांव रेल्वे तहसील में रेतमाफिया मस्त, घरकुल लाभार्थी हो रहे त्रस्त इस शीर्ष के तहत खबर प्रकाशित होते ही तहसील प्रशासन ने कार्रवाई शुरु कर दी है. तहसीलदार गोविंद वाकडे के नेतृत्व में पटवारी चव्हाण, उपसरपंच प्रतिक ढाणके की उपस्थिति में गोकुलसरा-के जिलानी ने नीलामी द्वारा लिया तहसील कार्यालय के माध्यम से पहले ही सील किया रेत का स्टॉक बेचने की अनुमति देने पर फिरसे सील किया.

दौरान इस कार्रवाई के खिलाफ अपील करने की तैयार जिलानी ने शुरु की है. वहीं दूसरी ओर सरकारी डिपो पर शुरु पोकलेन का उत्खनन देखने की तैयारी कर रहे ग्रामवासियों को ही तहसीलदार ने फटकारने की चर्चा है. इस संपूर्ण प्रकरण में कब कार्रवाई होगी?यह सवाल खडा हो गया है. रेतमाफियों पर कार्रवाई कर घरकुलधारकों को न्याय दिलाने की मांग जोर पकड रही है.

* यह कार्रवाई यानी सिर में दर्द और घुटने को मरहम जैसी है.
रेतघाट में अवैध तरीके से पोकलेन की सहायता से शुरु उत्खनन का रंगेहाथ पर्दाफाश कर कार्रवाई होने के लिए चांदूर रेल्वे के उपविभागीय अधिकारी को 29 मार्च को सूचित किया था. जिसके बाद सरकारी रेत डिपो पर गुप्त कार्रवाई होना जरूरी था, तहसील कार्यालय ने जिलानी पर कार्रवाई कर सील करना व ग्रामीणों ने मांग करने पर उन्हें फटकारना उचित नहीं.

क्या हम इस्तीफा दें?
गोकुलसरा सर्वे क्र. 13,14,15, से शासकीय रेती डिपो शुरु होने के बाद से पोकलेन से धडल्ले से उत्खनन कर नदी घाट में 40-40 फुट के गहरे गड्ऐ तैयार हुए है. जो कि जानलेवा साबित हो रहे है.वहीं दूसरी ओर ओवरलोड यातायात के कारण गोकुलसरा-बोरगांव रास्ता पूरी तरह उखड गया है. जिसके लिए लोग सरपंच को जिम्मेदार ठहरा रहे है. संबंधितों पर कार्रवाई नहीं की जा रही तो क्या हम इस्तीफा देकर घर पर बैठे? यह सवाल गोकुलसरा के सरपंच रमेश ठाकरे ने किया है.

कार्रवाई की जाएगी
गोकुलसरा-2 से पुराने स्टॉक के अलावा नया उत्खनन शुरु रहने की जानकारी मिलने पर नए स्टॉक को भी सील किया है. कागजात की जांच करने के बाद कार्रवाई की जाएगी.
-आकाश चव्हाण, पटवारी

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