अमरावती

तहसीलदार ने विधायक को दी राजनीतिक अस्तित्व खत्म करने की धमकी

विधायक प्रताप अडसड ने पत्रवार्ता में दी जानकारी

अमरावती/दि.6 – धामणगांव रेलवे के तहसीलदार ने मेरे राजनीतिक अस्तित्व को खत्म करने की धमकी देने के साथ ही सूतगिरणी की जमीन को सरकारी कब्जे में लेते हुए सरकार जमा करने की धमकी दी है. इस आशय का सनसनीखेज आरोप विधायक प्रताप अडसड द्वारा गत रोज एक पत्रकार परिषद में लगाया गया.
जिला मराठी पत्रकार संघ के वालकट कंपाउंड परिसर स्थित मराठी पत्रकार भवन में बुलाई गई पत्रवार्ता में विधायक प्रताप अडसड ने धामणगांव रेलवे तहसील में रेती तस्करों के साथ एसडीओ व तहसीलदार की मिलीभगत रहने का आरोप लगाते हुए जिला प्रशासन से दोनों अधिकारियों की जांच करने व उन्हें निलंबीत करने की मांग की है. साथ ही यह भी कहा कि, बार-बार शिकायत देने के बाद भी जिला प्रशासन द्वारा इस मामले को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. उन्होंने बताया कि, गोपुलसरा के रेती घाट पर नाव के जरिये रेती का अवैध उत्खनन जारी रहते समय खुद उन्होेंने पुलिस की सहायता से छापा मारकर 4 नाव और ट्रक को जप्त किया. इस कार्रवाई के बारे में जानकारी देने के बावजूद चांदूर रेल्वे के उपविभागीय अधिकारी इब्राहीम चौधरी तथा धामणगांव के तहसील प्रदीप शेलार मौके पर नहीं पहुंचे. जिसका सीधा मतलब है कि, इन दोनों अधिकारियों की रेती तस्करों के साथ मिलीभगत है. जिसकी वजह से दोनों अधिकारियों द्वारा रेती तस्करी के मामले की अनदेखी की जा रही है. इसके अलावा इस मामले में धामणगांव रेलवे के तहसीलदार ने एक कार्यकर्ता के जरिये सूतगिरणी की जगह सरकारी कब्जे में लेकर जमा करने और मेरे राजनीतिक अस्तित्व को खत्म करने की धमकी दी है. इससे पहले इस तरह की धमकियां क्षेत्र के पूर्व विधायक की ओर से मिला करती थी. लेकिन अब तहसीलदार द्वारा इस तरह की धमकी दिया जाना अपने आप में बेहद गंभीर बात है. इसके पीछे निश्चित तौर पर किसी राजनीतिक व्यक्ति का हाथ है. ऐसे में यदि आगामी पांच दिनों के भीतर इन दोनों अधिकारियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई नहीं होती है, तो तीव्र आंदोलन किया जायेगा. ऐसी चेतावनी भी विधायक प्रताप अडसड द्वारा दी गई. इस पत्रकार परिषद में विधायक प्रताप अडसड के साथ भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रविराज देशमुख भी उपस्थित थे.

  • मुझपर पुरी तरह से बेबुनियाद आरोप लगाये गये है. दो दिन पूर्व ही एक रेतीमाफिया के खिलाफ अपराध दर्ज करते हुए हमने कार्रवाई की है. इसी माफिया के खिलाफ दस वर्ष पूर्व पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई थी. कार्रवाई करते समय किसी भी तरह के भेदभाव का सवाल ही पैदा नहीं होता. पिछले तीन दिनों में हमने दो अन्य गाडिया भी जप्त की है.
    – प्रदीप शेलार
    तहसीलदार, धामणगांव रेल्वे

Related Articles

Back to top button