तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री को दूध भेजा
दूध के दाम बढाने के लिए भाजपा हुई आक्रमक
प्रतिनिधि/ दि.२१ वरुड– महाराष्ट्र के किसानों पर लगातार खतरा मंडरा रहा है. बैंक व्दारा कर्ज नहीं दिया जा रहा है. निकली बीज के कारण फिर से बुआई करना पड रहा है. युरिया खाद्य की कमी, कालाबाजारी, कोकण के किसान की बारिश के कारण नुकसान, कई जगह अति बारिश जैसे विभिन्न समस्याओं से घिरे किसान की शासन की ओर से कोई सहायता नहीं की गई, ऐसी स्थिति में दूध की कीमत कम हो जाने के कारण दुध उत्पादक किसानों की हालत दयनिय हो चुकी है. दूध की कीमत बढाने की मांग को लेकर अनुठा आंदोलन करते हुए भाजपाईयों ने तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री को दूध भेजकर ज्ञापन सौंपा. राज्यव्यापी आंदोलन की श्रृंखला में कल वरुड में भी अनुठा आंदोलन करते हुए सौंपे ज्ञापन के अनुसार महाराष्ट्र के किसानों पर लगातार खतरा मंडराते जा रहा है. बैंक व्दारा किसानों को कर्ज नहीं दिया जाता. नकली सोयाबीन बीज के कारण फिर से बुआई करना पड रहा है. युरिया खाद की कमी व कालाबाजारी, कोकण के किसानों की बेमौसम बारिश की वजह से हुआ भारी नुकसान, कई जगह अधिक बारिश से फसल बर्बाद हुई है, इस तरह विभिन्न समस्याओं से घिरे किसानों को शासन की ओर किसी तरह की राहत नहीं दी गई. ऐसे मुसिबत के समय में दूध की कीमत कम करने के कारण दुग्ध उत्पादक किसानों की दयनीय स्थिति हो गई है. ज्ञापन में उन्होंने यह भी बताया कि महाराष्ट्र में रोजाना १ करोड ४० लाख लीटर गाय के दूध का उत्पादन होता है. इसमें से ३५ लाख लीटर सहकारी संघ की ओर से खरीदी किया जाता है. ९० लाख लीटर दूध निजी संस्था व डेअरी के माध्यम से खरीदा जाता है. १५ लाख लीटर दूध किसान खूद होटल व ग्राहकों तक पहुंचाते है. शासकीय योजना के व्दारा केवल १ लाख लीटर दूध खरीदा जाता है. कोरोना के लॉकडाउन में दूध की बिक्री ३० प्रतिशत कम हो गई है. शहर के होटल, चाय की दुकान बंद होने के कारण दूध की मांग कम हो गई है. दूध को बहोत कम भाव दिया जा रहा है, इस वजह से दूध उत्पादन का खर्च भी नहीं निकल पा रहा. शासन व्दारा १० लाख लीटर दूध २५ रुपए प्रति लीटर दर से खरीदने की घोषणा की थी मगर हकीकत में ७ लाख लीटर दूध ही खरीदा जा रहा है. मंत्रियों से संबंध रहने वाले दूध संघ व्दारा शासन दूध खरीद रहा है. अन्य किसानों व दूध उत्पादकों को शासन ने हवा में छोड दिया है. इस बात को गंभीरता से लेते हूए गाय के दूध को प्रति लीटर १० रुपए अनुदान, दूध पाउडर को प्रति किलो ५० रुपए अनुदान, शासन की ओर से ३० रुपए प्रति लीटर दूध खरीदी ऐसी मांग को लेकर आज अनुठा आंदोलन करते हुए जिलाधीश के माध्यम से गाय का दूध मुख्यमंत्री व संयोगी मंत्रियों के लिए भिजवाते हुए उपरोक्त मांगे मंजूर करने की मांग की. तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते समय गाय का पवित्र दूध भी मुख्यमंत्री के लिए भेंट दिया. इस समय तहसील अध्यक्ष राजकुमार राउत, भाजयूमो शहराध्यक्ष नितीन गुर्जर, उपाध्यक्ष यशपाल राउत, दिपक कोचर, मनोज तायवाडे, हर्षद रक्षे, रजत धकीते, उमेश नागले समेत अन्य भाजपा के पदाधिकारी व कार्यकर्ता बडी संख्या में उपस्थित थे.