अमरावती /दि. 12– बच्चा नहीं हो रहा इसलिए विवाहिता पर अत्याचार किए जाते है और उससे तलाक मांगा जाता है. तलाक नहीं दिया तो उसे वैसा करने मजबूर किया जाता है. उस पर शारीरिक व मानसिक अत्याचार किए जाते है. ऐसी अनेक शिकायतें महिला सेल और पुलिस के पास आती रहती है. लेकिन बच्चा नहीं होता तो केवल पत्नीही कैसे जिम्मेदार, ऐसा प्रश्न इस निमित्त से उपस्थित हुआ.
बच्चा न होने पर केवल महिला ही जिम्मेदार नहीं रहती है बल्कि पुरुष में भी कुछ कारण हो सकते है. विशेषज्ञो के मुताबिक बच्चा न होने पर 40 प्रतिशत कारण महिलाओं से संबंधित रहते है. 25 प्रतिशत कारण पुरुषों से संबंधित रहते है. 20 प्रतिशत दोनों में दोष रहता है और 15 प्रतिशत कारण दंपति में समस्या नहीं है. बच्चा नहीं होना यह पाप अथवा कोई गलत शिक्षा नहीं है. शारीरिक कारणो पर वैद्यकीय उपाय किए बिना बच्चा नहीं हो सकता. डॉक्टर की सलाह और उपचार आवश्यक है.
बच्चा न होने के कारण क्या?
धूम्रपान, अल्कोहोल का सेवन, तणाव और बढते वजन जैसे घटक प्रजनन क्षमता पर परिणाम कर सकते है. यह हार्मोनल असंतुलन, स्त्री बीज कम होने के लिए कारणीभूत साबित हो सकता है. गर्भाशय का फायब्राईड्स यह महिलाओं में सामान्य रुप से पाए जाने की समस्या है और व्यंधत्व का सामना करनेवाले मरिजो में इसका प्रमाण अधिक है.
विवाहिता पर अत्याचार की 700 शिकायत
ग्रामीण पुलिस के भरोसा सेल में नवंबर 2023 के अंत तक विवाहिता के अत्याचार प्रकरण की 700 से अधिक शिकायतें प्राप्त हुई है. इसमें सितंबर माह के अंततक 598 शिकायते प्राप्त हुई थी. इसमें से 117 प्रकरणो में भरोसा सेल में समझौता करवाया गया और 181 प्रकरणो में संबंधितो के खिलाफ मामले दर्ज किए गए, ऐसा इस विभाग ने बताया.
विवाहिता पर अत्याचार किसलिए?
बच्चा नहीं होता इसलिए विवाहिता पर अत्याचा किया जाता है. वंश चलानेवाला चाहिए इसके लिए उसका जीना मुश्किल कर दिया जाता है. दहेज के लिए भी प्रताडना होती है. 50 प्रतिशत से अधिक प्रकरणो में यही कारण रहते है. समाज में यह प्रथा अभी भी कायम है. महिलाओं के चरित्र पर संदेह लेकर अनेक विवाहिता पर अत्याचार किया जाता है. उसके संदेह को शहर अथवा ग्रामीण क्षेत्र में कोई मर्यादा नहीं है.
प्रताडना के कारण अनेक
दहेज अथवा संपत्ति देने के लिए अपमानित करना, गालीगलौच करना, संतान न होने पर उसे धमकाना, परेशान करना, मारपीट करना आदि शिकायते आती है. इसमें संतान न होने से विवाहिता पर अत्याचार मुख्य कारण है.
– कान्होपात्रा बन्सा, भरोसा सेल प्रमुख, ग्रामीण पुलिस