* पश्चिम विदर्भ में हालात चिंताजनक
अमरावती/दि.29– पश्चिम विदर्भ के अधिकांश भागों में बेमौसम बारिश के बाद पारा पुन: 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया. वहीं बांध प्रकल्पों को जलस्तर कम हो रहा है. नियमित बरसात को अभी डेढ माह का समय शेष है. ऐसेेे में कई भागों में जलसंकट तीव्र होने की आशंका बढ गई है. चढता पारा जनजीवन को प्रभावित कर रहा है. एक दो दिन छोडकर पश्चिम विदर्भ के पांचों जिलों अमरावती, अकोला, बुलढाणा, यवतमाल, वाशिम में तापमान 40 से 43 डिग्री दर्ज किया जा रहा. उससे भी लोग परेशान है. रविवार की बात करें तो वाशिम में 43 डिग्री से अधिक गर्मी दर्ज की गई.
* जिले के जल प्रकल्पों की दशा
अमरावती जिले में बांध और प्रकल्पों में यद्यपि 46 प्रतिशत से अधिक जलसंग्रह हैं. किंतु आनेवाले दिनों में चढते पारे और पिछले वर्ष की तुलना में जलसंग्रह कम होने का दावा जानकार कर रहे हैं. 45 लघु प्रकल्पों में 42 प्रतिशत पानी है. 30 लघु प्रकल्प सूखने की कगार पर हैं.
* अप्पर वर्धा आधा भरा
अप्पर वर्धा बांध 284 दलघमी के साथ आधा भरा हैं. यही से अमरावती शहर और वर्धा जिले में भी जलापूर्ति होती है. उधर औद्योगिक यूनिट को भी अप्परवर्धा से ही पानी सप्लाई किया जाता हैं. जिले में सात मध्यम और 45 लघु प्रकल्प है. मध्यम प्रकल्पों में 40 प्रतिशत और लघु प्रकल्पों में 42 प्रतिशत जलसंग्रह हैं. जून माह े दूसरे सप्ताह तक बारिश का आगमन होता है. अत: डेढ माह इस जलसंग्रह पर ही निर्भर रहना है. देहातों में कई भागों में जल संकट सर उठा रहा है.
* भूगर्भ जलस्तर कम
बारिश के लहरीपन के कारण गांव देहात में जमीन का जलस्तर लगातार कम हो रहा है. कुएं सूख रहे है. बोअरवेल में भी पानी नीचे से नीचे जा रहा है. अधिक उपसा करना पड रहा. गर्मी बढने से जलस्तर तेजी से कम होने का दावा जानकारों ने किया.
* पश्चिम विदर्भ मेें 6 प्रतिशत स्टॉक कम
पश्चिम विदर्भ अर्थात अकोला, बुलढाणा, वाशिम जिलों में पिछले वर्ष की तुलना में 6.24 प्रतिशत जलसंग्रह कम है. अकोला जिले के काटेपूर्णा प्रकल्प में 24.46 प्रतिशत, वान में 37.53 प्रतिशत, नलगंगा में 26. 49 प्रतिशत, पेनटाकली में 16.21 प्रतिशत, यवतमाल जिले के अरूणावती में 41.77 प्रतिशत, बेंबला में 36.49 प्रतिशत, ईसापुर में 41. 64 और पूस प्रकल्प में 49.11 प्रतिशत जलसंग्रह उपलब्ध रहने की जानकारी विभाग ने दी.
* बडे प्रकल्पों में पानी कम
मध्यम और लघु प्रकल्प की तुलना में बडे प्रकल्प में भी पानी कम है. खडकपूर्णा तो सूख गया है. आंकडों से स्पष्ट है कि बडे प्रकल्पों में 40, मध्यम और लघु प्रकल्पों में आधे से अधिक मात्रा में जल उपलब्ध है.
* वाशिम सबसे हॉट
रविवार के तापमान की बात करें तो संभाग में केवल अमरावती में पारा 40 डिग्री से कम रहा. अन्यथा वाशिम तो प्रदेश में सोलापुर के साथ संयुक्त रूप से 43 डिग्री तापमान के साथ सर्वाधिक गर्म रहा. अकोला में 41.3, यवतमाल में 41.5, बुलढाणा में 41.8 डिग्री पारा रिकार्ड किया गया मौसम विभाग ने बताया कि विदर्भ से लेकर कर्नाटक और इधर उत्तर केरल तक हवा का कम दबाव का पट्टा सक्रिय हैं. भले ही प्रदेश के कई हिस्सों में बदली का वातावरण है. फिर भी पारा बढा हुआ है. इससे लोग हैरान परेशान हो रहे हैं. उनका जनजीवन प्रभावित हो रहा है. दोपहर के वक्त बाहर निकलना मुश्किल हो रखा है.
* बारिश कम तो सूखे जल संग्रह
पिछले मानसून के सीजन में बारिश कम अधिक दर्ज की गई थी. विदर्भ में अधिकांश भागों में औसत से कम बरसात हुई. इसलिए इस बार जलसंग्रह 10 प्रतिशत कम दिखाई दे रहा है. उसी प्रकार आसमान से बरसती आग समान धूप की वजह से भी जलसंकट गहरा रहा है.