बेमौसम बारिश से पारा लुढका, तापमान पहुंचा 15.6 डिग्री पर
वातावरण हुआ सर्द, कंपकंपी बढी, अलाव जलने लगे
अमरावती/दि.30– विगत तीन-चार दिनों से बेमौसम बारिश और बदरीले मौसम के चलते अचानक ही ठंड का जोर बढ गया है. जिसकी वजह से छोटे बच्चों और बुजुर्गों को काफी हद तक तकलीफे सहन करनी पड रही है. वहीं शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में लोगबाग ठंड से बचाव करने हेतु अलाव जलाकर आग तापते दिखाई दे रहे है. इसके साथ ही पिछले एक साल से अलमारी में बंद रहने वाले स्वेटर, मफलर व कनटोपे जैसे गर्म कपडे भी बाहर निकल आये है.
यद्यपि अक्तूबर-नवंबर माह में ठंड का मौसम ही रहता है तथा इस दौरान धीरे-धीरे ठंड बढती है, पश्चात दिसंबर माह के दौरान कडाके की ठंड पडती है. जिसके तहत दीपावली का पर्व बीत जाने के बाद धीरे-धीरे ठंड का असर बढना शुरु हुआ था. परंतु विगत तीन-चार दिनों के दौरान मौसम ने अचानक ही करवट बदली और बेमौसम बारिश होने के साथ ही मुसलाधार पानी बरसा. जिसकी वजह से ठंड का प्रमाण अचानक ही काफी अधिक बढ गया और वातावरण सर्द होते ुहुए कंपकंपी मचा देने वाली ठंड महसूस होनी शुरु हो गई. इस समय शहर सहित जिले में अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सिअस व न्यूनतम तापमान 15.6 डिग्री सेल्सिअस के आसपास है. साथ ही सर्द हवाओं की वजह से ठंड का असर और भी अधिक महसूस हो रहा है.
रबी फसलों के लिए ठंडी पोषक
विगत कुछ दिनों से जिले में ठंड पडनी शुरु हुई है. जिसके चलते रबी की फसलों का अपेक्षित विकास हो रहा है और इस ठंडी के चलते रबी फसलों के लिए पोषक वातावरण बना है. साथ ही खेतों में गेंहू, हरभरा व तुअर की फसले लहलहाती दिखाई दे रही है. परंतु बेमौसम बारिश की वजह से कई स्थानों पर फसलों को काफी हद तक नुकसान पहुंचा. लेकिन इसके बाद पडने वाली ठंड से फसलों को फायदा ही होगा.
* ठंड में स्वास्थ्य को लेकर सावधानी बरते
मौसम में आये इस बदलाव के चलते रोजाना सुबह घुमने हेतु निकलने वाले लोगों में सर्दी व खांसी की तकलीफ बढ गई है. जिसे ध्यान में रखते हुए सतर्कता के तौर पर अपने नाक व मुंह को मास्क या मूंह से ढांककर भी बाहर घुमने निकलना चाहिए. साथ ही बेमौसम बारिश की वजह से वातावरण में नमी बढ गई है. जिसके चलते वायरल इन्फेक्शन होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. ऐसे में स्वास्थ्य को लेकर काफी सजग व सतर्क रहने की जरुरत है.