मंदिर, स्कूलों पर अब भी कोराना का साया
सावन के महीने में भी मंदीर बंद रहने से भाविकों में नाराजी
अमरावती/प्रतिनिधि दि.४ – कोरोना संसर्ग को रोकने के लिए शासन ने लॉकडाऊन का पर्याय चुना. अब अनलॉक के बाद सब खुल जाने के बाद भी मंदिर व स्कूल बंद ही रहने से अब भी कोरोना का साया होने का चित्र दिखाई दे रहा है. त्यौहारों के दिनों में भी मंदिर बंद हैं. जिसके चलते श्रद्धालुओं में नाराजी देखी जा रही है.
गत डेढ़ वर्षों से मंदिर के दरवाजे बंद है. वहीं स्कूलें खुली रहने पर भी विद्यार्थियों के बगैर न विद्यार्थी स्कूल में और न ही भक्त मंदिर में ऐसा चित्र है. ग्रामीण भाग की आठवीं से बारहवीं तक की सभी कक्षाएं शुरु की गई है. यहां पर कुछ ही विद्यार्थियों की उपस्थिति देखी जा रही है. परिणामस्वरुप विद्यार्थी भी शिक्षा से वंचित होते दिखाई दे रहे हैं. 8 वीं व 12 वीं के अलावा अन्य कक्षाएं बंद रहने से अधिकांश विद्यार्थी अभ्यासक्रम से विचलित हो रहे हैं.
सावन का महीना यह पूजा-अर्चना करने का महीना है. इस कारण ऐसे समय में श्रद्धालुओं घर में ही पूजा-अर्चना कर समाधान करना पड़ रहा है. मंदिरों में हमेशा भाविकों की रेलचेल हमेशा ही दिखाई देती थी लेकिन कोरोना संकट के कारण मंदिर बंद रहने से परिसर सुनसान दिखाई दे रहा है.