अमरावती

घर में निकले दस अजगर

भातकुली तहसील के उत्तमसरा की घटना

* वसा संस्था ने किया रेस्क्यू
अमरावती/दि.26– मानसून की शुरुआत होते ही नागरिकों की बस्ती में रेंगने वाले प्राणियों की दिखाई देने की घटना ने भारी वृद्धि हो रही है. लेकिन 10 अजगर एक साथ निकलने से खलबली मच गई है. यह घटना भातकुली तहसील के उत्तमसरा गांव की है. पिछले चार दिनों से संपूर्ण विदर्भ में मूसलाधार बारिश शुरु है. लगतार हो रही बारिश के चलते सोमवार की देर रात उत्तमसरा ग्राम निवासी बंडू मतालाने के घर के पास एक सांप निकलने की जानकारी वसा संस्था को मिली थी. तब रेस्क्यू किए जाने पर सांप की बजाए अजगर पाए गए.
वसा एनिमल्स रेस्क्यू दल के सर्पमित्र ओम यावले और मुकेश मालवे ने वह सांप अजगर के बच्चे रहने की पुष्टि की. पश्चात रात 2 बजे सुनीता यावले के घर मे गादी, चूल्हा, टीन की छत और प्रांगण में 6 अजगर सर्पमित्र ओम व कार्तिक सावरकर ने रेस्क्यू किए. रात को और बच्चे निकलेंगे इस डर से यावले परिवार ने पूरी रात जागकर निकाली. दूसरे दिन सुबह गांव के प्रकाश सुरकार के घर भी अजगर के बच्चे निकले उन्होंने उसे खुद प्लास्टिक के डिब्बे में बंद कर नदी में ले जाकर छोड दिया. पश्चात पडोेस में रहने वाले कैलाश रंगारी खुदाई कर रहे थे तब फावडा लेने के लिए बकरी के कोठे में गए तो उन्हें कोठे के टीन में अजगर के बच्चे दिखाई दिए. उन बच्चों को भी वसा संस्था के सर्पमित्रों ने रेस्क्यू किया. मंगलवार को पूरा दिनभर मौसम साफ था. अन्य किसी भी स्थान पर अजगर के बच्चे दिखाई नहीं दिए. लेकिन रात बारिश शुरु होते ही 8 फुट लंबा मादा अजगर कुलपत शेंडे के कोठे के पास दिखाई दिया. उसे देखने गांव के नागरिकों की भीड जमा हो गई थी, यह जानकारी वसा संस्था को मिलते ही सर्पमित्र मुकेश मालवे ने सावधानी से उसे रेस्क्यू किया. सुबह इस घटना की जानकारी वन विभाग को दी गई. वन अधिकारी प्रशांत खाडे ने घटनास्थल का जायजा कर पंचनामा किया. मादा अजगर और सभी बच्चों को समीप के जंगल में छोड दिया गया.

* बच्चों का जन्म होने तक मादा अजगर जगह नहीं छोडती
अजगर का मानसून में प्रजनन का समय रहता है. दिसंबर-जनवरी के दौरान मादा अजगर के पीछे 3 से 6 नर आकर्षित होकर प्रजनन के लिए इसमें सबसे सदृढ नर को मादा के साथ प्रजनन करते आता है. पश्चात अप्रैल-मई के दौरान मादा अजगर सुरक्षित जगह देखकर वहां अंडे देती है. खेत के मेड पर, बांध पर, तबेले, जलाउ लकडी के ढेर में, पुराने मिट्टी के घर में, मवेशियों के तबेले में यह मादा अंडे देती है और इन अंडों को सुरक्षित रखने के लिए वह उसी स्थान पर बैठी रहती है. इस दौरान मादा अजगर कुछ खाती नहीं है. अंडे से 57-93 दिनों में बच्चे बाहर निकलते है. पूरे बच्चे बाहर आने के बाद मादा अजगर अपनी जगह छोडती है. जहां यह अजगर दिखाई दिया उसके आसपास के सभी मकान परिसर का वन अधिकारियों के साथ वसा संस्था के दल ने जायजा किया.

 

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