सुशीला सूर्यवंशी मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एडवांसमेंट में दस छात्रों को रोजगार मिला
सफल छात्रों को कॉल लेटर का वितरण : प्रत्येक शाखा के छात्रों को मिलेगा रोजगार
अमरावती/दि.21– नया साल 2024 बस कुछ ही दिन दूर है. नए साल को सफल बनाने के लिए कई लोगों के संकल्प और इरादे होते हैं. लेकिन जिनका संकल्प नए साल से पहले पूरा हो जाता है, लेकिन जिनका संकल्प और मेहनत अवधि के पहले ही सफल हो जाते है उनकी यशोगाथा सभी के लिए सफलता बन जाती है. सुशीला सूर्यवंशी मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एडवांसमेंट द्वारा नए साल से पहले कॉलेज की रोजगारोन्मुखी अवधारणा का बीजारोपण किया गया, जिसका उद्देश्य प्रत्येक छात्र को रोजगार सक्षम बनाना है. हाल ही में इंडियामार्ट इंटरमेश प्राइवेट लि. कंपनी के कॉलेज में कैम्पस ड्राइव (रोजगार चयन प्रक्रिया) आयोजित की गई. ग्रुप डिस्कशन, इंटरव्यू और एचआर इंटरव्यू जैसी चयन प्रक्रिया आयोजित करके 2024 में एमबीए पास करने वाले 10 छात्रों का सफलतापूर्वक चयन किया गया. मंगलवार 19 दिसंबर 2023 को कॉलेज में आयोजित समारोह दरम्यान यशस्वी विद्यार्थियों को में रोजगार प्रमाण पत्र वितरित किया गया.
शिवाई एजुकेशनल सोशल एंड मेडिकल ट्रस्ट के चेयरपर्सन डॉ. स्मिता सूर्यवंशी, सचिव प्रो. दिनेश सूर्यवंशी, कोषाध्यक्ष प्रो. अभय सूर्यवंशी, कॉलेज निदेशक कॉलेज इंडस्ट्रीज रिलेशंस की निदेशक डॉ. पल्लवी मांडवगडे, ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट विभाग के प्रमुख प्रो. अमोल करमरकर एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे. इन सफल छात्रों में पी आर.पोटे अभियांत्रिकी के कुणाल विनायक बावने, आदर राजेंद्र वानखेड़े, वेदांत उमप, राज संतोष पोकले, श्रेयांश गोपाल म्हाला, भावेश अनिल गुगलिया, सौरभ राजेंद्र गायकवाड़, असित रवींद्र सदाशिव, अमन बिपिनराव बेले और संत गजानन महाराज कॉलेज ऑफ इंजिनिअरींग शेगाव महाविद्यालय के प्रविण श्रीकृष्ण काळे ऐसे को दस छात्रों को रोजगार प्रमाण पत्र वितरित किया गया. कार्यक्रम में प्रा. प्रवीण ठोंबरे, प्रा. अक्षय उंबरकर, प्रा. संयुक्ता गाठेकर, प्रा. रोहण देशमुख के साथी गैर शिक्षक कर्मचारी एवं विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे.
* छात्र रोजगार के लिए नोडल सेंटर : प्रो. दिनेश सूर्यवंशी
आज, कई उच्च तकनीकी और इंजीनियरिंग कॉलेज छात्र रोजगार पर जोर देते हैं, लेकिन यह केवल कॉलेज तक ही सीमित है. आज उच्च सुशिक्षित लोगों की संख्या उसी दर से बढ़ रही है जिस दर से व्यवसाय क्षेत्र के सक्षम होने की उम्मीद है. आज के औद्योगिक क्षेत्र में, नियोक्ता की अपेक्षाएँ कौशल-उन्मुख हैं और दैनिक आधार पर बदल रही हैं. तदनुसार, सुशीला सूर्यवंशी मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एडवांसमेंट कॉलेज पश्चिम विदर्भ और संत गाडगेबाबा अमरावती विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों के लिए रोजगार, प्रशिक्षण, सरकार उन्मुख शैक्षिक गतिविधियों के लिए एक नोडल केंद्र के माध्यम से काम कर रहा है. जो छात्रों को औद्योगिक आवश्यकताओं के अनुसार कौशल में महारत हासिल करने में सक्षम बनाता है. शिवाई एजुकेशनल सोशल एंड मेडिकल ट्रस्ट के सचिव प्रो. दिनेश सूर्यवंशी ने मत व्यक्त किया .
* विद्यार्थियों की सफलता से खुशी : डॉ. स्मिता सूर्यवंशी
किसी भी कॉलेज में पढ़ते समय हर छात्र यह उम्मीद करता है कि उसे उस कॉलेज के माध्यम से रोजगार का अवसर मिले. शैक्षिक गतिविधियाँ उच्च प्रौद्योगिकी और इंजीनियरिंग के समान महाविद्यालयों द्वारा संचालित की जाती हैं. लेकिन समग्र शिक्षा प्रणाली और छात्रों को ध्यान में रखते हुए, सुशिक्षित बेरोजगारों की संख्या नियोजित रोजगारों की संख्या से कहीं अधिक है. ऐसे में इन पढ़े-लिखे बेरोजगारों के साथ-साथ कॉलेज के छात्रों को पढ़ाई के दौरान नौकरी दिलाना हर कॉलेज के लिए एक चुनौती है. इसी चुनौती को सुशीला सूर्यवंशी मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एडवांसमेंट कॉलेज ने स्वीकार किया और नोडल सेंटर के माध्यम से हर छात्र को औद्योगिक जरूरतों के मुताबिक सशक्त बनाने का सपना आज सफल हो रहा है, ऐसा डॉ. स्मिता सूर्यवंशी ने कहा.
* सभी विषयों में स्नातकों के लिए अवसर : प्रो. अमोल करमरकर
आज आम धारणा बन गई है कि केवल तकनीकी शिक्षा प्राप्त विद्यार्थियों को ही रोजगार मिलता है. कुछ साल पहले यही स्थिति थी. हालाँकि, वर्तमान शिक्षा प्रणाली में सुधार हर शाखा के छात्रों के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है. विश्वविद्यालय द्वारा सुशीला सूर्यवंशी मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एडवांसमेंट के माध्यम से छात्रों के लिए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप अनुमोदित पाठ्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है. इस कोर्स की खासियत यह है कि यहां सिर्फ इसी कॉलेज में कोर एमबीए की पढ़ाई होती है. डायरेक्टर इंडस्ट्रीज रिलेशन, ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट विभाग प्रमुख प्रा. अमोल करमरकर ने व्यक्त किया.