अमरावती

बच्ची की मौत से उपजा तनाव

परिजनों ने लगाया गलत इलाज का आरोप

* डॉ. पिंजानी के अस्पताल में जबर्दस्त हंगामा
* रामपुरी कैम्प परिसर में लगा कडा बंदोबस्त
* इंजेक्शन लगाते ही सृष्टि थोरात ने तोडा था दम
अमरावती/दि.9– शहर के रामपुरी कैम्प स्थित डॉ. पिंजानी दम्पति के राधाकृष्णा मल्टीस्पेशालिटी अस्पताल में गत रोज उस समय हंगामाखेज स्थिति बन गई. जब केवल सर्दी व बुखार से पीडित रहने वाली 6 वर्षीय दिक्षा उर्फ सृष्टि थोरात नामक बच्ची की डॉक्टर द्बारा कोई इंजेक्शन लगाए जाते ही तबीयत बिगडनी शुरु हो गई और देखते ही देखते हंसती-खेलती इस बच्ची ने दम तोड दिया. जिसके चलते बच्ची के परिजनों ने डॉ. स्नेहल पिंजानी द्बारा सृष्टि उर्फ दिक्षा थोरात को कोई गलत इंजेक्शन लगाए जाने का आरोप लगाते हुए राधाकृष्णा अस्पताल में जमकर हंगामा किया. साथ ही परिवार की कुछ संतप्त महिलाओं ने अस्पताल पर जमकर पत्थर भी बरसाये. वहीं इसकी जानकारी मिलते ही गाडगे नगर का पुलिस दल तुरंत ही रामपुरी कैम्प स्थित डॉ. पिंजानी के घर व अस्पताल के आसपास बंदोबस्त में तैनात कर दिया गया. वहीं देर रात गाडगे नगर पुलिस ने थोरात परिवार की शिकायत के आधार पर डॉ. पिंजानी दम्पति के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए जांच शुरु कर दी है.

इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक रामपुरी कैम्प परिसर के गौतम नगर परिसर में रहने वाले सुनील थोरात की 6 वर्षीय बेटी सृष्टि उर्फ दिक्षा को सर्दी व बुखार रहने के चलते उसे स्वास्थ्य जांच व इलाज हेतु गत रोज दोपहर 12 बजे रामपुरी कैम्प स्थित डॉ. विक्की पिंजारी व डॉ. स्नेहल पिंजानी के अस्पताल में ले जाया गया. जहां पर स्वास्थ्य जांच पश्चात डॉ. स्नेहल पिंजानी ने इस बच्ची को एक इंजेक्शन दिया. परंतु कुछ ही देर के भीतर सृष्टि उर्फ दिक्षा बुरी तरह से तडपने लगी और उसे उल्टियां होनी शुरु हुई. सृष्टि की अचानक तबीयत बिगडती देख डॉ. विक्की पिंजानी बुरी तरह से घबरा गए और वे अपनी कार में बिठाकर सृष्टि को वालकट कम्पाउंट परिसर स्थित डॉ. मुरके के अस्पताल लेकर गए. परंतु डॉ. मुरके ने बच्ची की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसका इलाज करने से मना कर दिया. तब डॉ. पिंजानी इस बच्ची को तुरंत होप हॉस्पिटल लेकर पहुंचे. परंतु तब तक काफी देर हो चुकी थी. क्योंकि होप हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने सृष्टि उर्फ दिक्षा थोरात को देखते ही उसे मृत घोषित कर दिया. यह सुनने के बाद डॉ. विक्की पिंजानी तुरंत ही होप हॉस्पिटल से भाग खडे हुए. जिसके बाद बच्ची के पिता सुनील थोरात ने तुरंत पुलिस को फोन करते हुए मामले की जानकारी दी और खबर मिलते ही राजापेठ पुलिस का दल मौके पर पहुंचा. जिसके बाद पुलिस ने सृष्टि उर्फ दिक्षा थोरात के शव को पोस्टमार्ट हेतु इर्विन अस्पताल पहुंचाया. इस समय तक यह खबर शहर में आग की तरह फैलनी शुरु हो गई थी.

जिसकी जानकारी मिलते ही बच्ची के रिश्तेदारों सहित गौतम नगर परिसर में रहने वाले लोग भी इर्विन अस्पताल में इकठ्ठा होने शुरु हो गए थे. जहां पर लोगों का आक्रोष बढने के साथ ही स्थिति आपे से बाहर होती दिखाई दे रही थी. जिसे देखते हुए इर्विन अस्पताल परिसर में पुलिस कर्मचारियों के साथ ही आरसीपी व क्यूआरटी पथक को तैनात कर दिया गया था. वहीं राजापेठ विभाग के प्रभारी एसीपी मनीष ठाकरे, गाडगे नगर विभाग की एसीपी पूनम पाटिल व कोतवाली के थानेदार विजय वाकसे सहित एवं क्राइम ब्रान्च यूनिट-1 के पुलिस निरीक्षक आसाराम चोरमले भी सूचना मिलते ही दल-बल सहित मौके पर पहुंच गए थे. इस समय संतप्त परिजनों ने डॉ. पिंजानी दम्पति के खिलाफ सदोष मनुष्यवध का अपराध दर्ज करने और डॉक्टर दम्पति को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग करते हुए ऐसा होने तक बच्ची के शव को स्वीकार नहीं करने की भूमिका अपनाई. जिसके बाद पुलिस अधिकारियों ने संतप्त परिजनों को समझाते हुए बच्ची के शव का अकोला के सरकारी मेडिकल कॉलेज के शवागार में इन कैमरा पोस्टमार्टम कराने तथा मामले की जांच करते हुए डॉक्टर दम्पति के खिलाफ अपराध दर्ज करने का आश्वासन दिया. जिसके चलते इर्विन अस्पताल में मामला कुछ हद तक शांत हुआ. वहीं इस समय मृतक बच्ची के कुछ परिजन शिकायत दर्ज कराने हेतु गाडगे नगर पुलिस थाने में जाने हेतु रवाना हुए. जिनमें से कुछ संतप्त महिलाओं ने रामपुरी कैम्प स्थित डॉ. पिंजानी दम्पति के घर व अस्पताल पर जमकर पत्थरबाजी की. इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस का दल तुरंत मौके पर पहुंचा और संतप्त भीड को तितर-बितर करते हुए राधाकृष्ण अस्पताल परिसर के आसपास कडा बंदोबस्त तैनात किया गया. वहीं कल देर रात गाडगे नगर पुलिस ने इस मामले में डॉ. विक्की पिंजानी व डॉ. स्नेहल पिंजानी के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत अपराधिक मामला दर्ज करते हुए उन्हें इस मामले में आरोपी के तौर पर नामजद किया है.

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