अमरावतीमहाराष्ट्र

असहयोग से महायुति में टेंशन

दोस्त ने ही सिरदर्द बढाया

* अब एकजुटता के लिए नेतागणो से प्रयास
मुंबई/ दि. 10– राज्य में फिलहाल दो चरणो में 24 निर्वाचन क्षेत्र का मतदान शेष रहते महायुति के विविध निर्वाचन क्षेत्र के नेता विधायक यह मित्र दल के उम्मीदवारो के साथ मजबूती से खडे न दिखाई देने से चिंता बढ गई है. वरिष्ठ स्तर से मनोमिलन के प्रयास शुरु है. लेकिन अब तक चाहिए वैसी सफलता नहीं मिली है. नाशिक, दिंडोरी में नाराजी खुलेआम बोलकर दिखाई जा रही है.

भाजपा के राज्य के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि, तीनों दलो के स्थानीय नेताओं में आपसी समन्वय रखने के प्रयास किए जा रहे है. मित्र दलो के उम्मीदवार है वहां हम पूरी सहायता कर रहे है. आखिर में हम वधू पक्ष के लोग है. नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाना है. इस कारण हम कहीं भी कमजोर दिखाई देने नहीं चाहिए.

* दिंडोरी में अजीत पवार नाराज
– दिंडोरी निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा की उम्मीदवार डॉ. भारती पवार के साथ अजीत पवार गुट के कुछ विधायक नहीं है, ऐसी जोरदार चर्चा है. इस विधायक के प्रमुख कार्यकर्ता शरद पवार गुट के उम्मीदवार भास्कर भगरे के प्रचार में उतर गए है, ऐसा कहा जा रहा है.
– ऐसे में इस निर्वाचन क्षेत्र के येवला के विधायक रहे राज्य के मंत्री छगन भुजबल भी महायुति के उम्मीदवार का प्रचार न करते रहने का आरोप शिंदे गुट के विधायक सुहास कांदे ने किया है. नाशिक में उम्मीदवारी न मिलने के कारण भुजबल की नाराजी अभी भी कायम है, ऐसा कहा जाता है. चुनाव में इस नाराजी का असर महायुति के उम्मीदवारों पर न होने के लिए वरिष्ठ नेताओं की तरफ से उन्हें मनाने के प्रयास किए जाने की संभावना है.

* प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा पर ध्यान केंद्रीत
नंदूरबार निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा के डॉ. वीणा गावित के प्रचार में अजीत पवार गुट उतरा है. लेकिन शिंदे सेना के ही वहां के प्रमुख नेता, पूर्व विधायक चंद्रकांत रघुवंशी सक्रिय दिखाई नहीं दे रहे है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शुक्रवार को नंदूरबार में सभा होती रहते रघुवंशी कौनसी भूमिका लेगे, इस बाबत सभी में उत्सुकता है. रघुवंशी और आदिवासी विकास मंत्री डॉ. विजयकुमार गावित के बीच हमेशा संघर्ष होता आया है. गावित की बेटी डॉ. हिना ने रघुवंशी से मुलाकात भी की. लेकिन इसका लाभ हुआ दिखाई नहीं दे रहा है. मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने रघुवंशी को समझाया रहने की बात कही जा रही है.

* जलगांव में केले कौन खा रहा है?
– जलगांव, रावेर निर्वाचन क्षेत्र में शिंदे सेना के विधायक, नेता भाजपा उम्मीदवार के साथ मजबूती से खडे अभी भी नहीं दिखाई दे रहे है. उद्धव सेना के नेता सांसद संजय राऊत द्वारा जलगांव पहुंचकर शिंदे सेना के विधायको पर आरोप करने के बाद शिंदे सेना के मंत्री गुलाबराव पाटिल ने ‘मै अभी तक सक्रिय नहीं था, लेकिन अब महायुति को जीताऊंगा’, ऐसा कहा है. उन्होंने मुक्ताईनगर के खडसे के कट्टर विरोधी शिंदे समर्थक विधायक चंद्रकांत पाटिल से गुरुवार को मुलाकात की और रक्षा खडसे के प्रचार में सक्रिय होने कहा.
– शिंदे सेना के विधायक भाजपा-शिवसेना गठबंधन में 2019 में जब लडे तब भाजपा के बागी उनके खिलाफ खडे थे. ‘आज तुम हमसे समर्थन मांग रहे हो, लेकिन तब तुमने हमे परेशान ही किया था’, ऐसी याद इन विधायको ने भाजपा के नेताओं को दिलाई थी. धुले में शुरुआत में नाराजी थी. हमें विश्वास में नहीं लिया जा रहा, ऐसा शिंदे सेना और अजीत पवार गुट की नाराजी थी वह अब दूर हुई है.

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